मुम्बई, देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गत चार जनवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान 2.68 अरब डॉलर की जोरदार बढ़त दर्ज की गई। इस दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार मुद्रा परिसंपत्तियों और स्वर्ण जमा वृद्धि से 396.084 अरब डालर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
विदेशी मुद्रा भंडार में हाल के सप्ताह में यह बड़ी वृद्धि हुई है। इससे पिछले सप्ताह विदेशीमुद्रा भंडार 11.64 करोड़ डॉलर बढ़कर 393.404 अरब डॉलर पर पहुंचा था। समीक्षाधीन सप्ताह में, समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक, विदेशी मुद्रा आस्तियां 2.215 अरब डालर बढ़कर 370.292 अरब डॉलर हो गई।
विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले 13 अप्रैल, 2018 को 426.028 अरब डॉलर की ऊंचाई को छू गया था। इसके बाद से इसमें कमोबेश गिरावट बनी रही। केंद्रीय बैंक ने पिछले कुछ महीनों के दौरान बाजार में रुपये की गिरावट को रोकने के लिये भारी मात्रा में डॉलर की बिक्री की। केंद्रीय बैंक अब तक 34 अरब डॉलर से भी अधिक की बिक्री कर चुका है। रुपया पिछले कुछ महीनों के दौरान 74 रुपये प्रति डॉलर तक गिर गया था।
समीक्षाधीन सप्ताह में देश का स्वर्ण आरक्षित भंडार 46.55 करोड़ डॉलर बढ़कर 21.689 अरब डॉलर हो गया। यहां यह गौर करने की बात है कि रिजर्व बैंक ने लगभग एक दशक के बाद सोने की खरीद की है। केन्द्रीय बैंक के जून 2018 में समाप्त वित्त वर्ष में 8.46 टन सोना खरीदा। केंद्रीय बैंक का स्वर्ण भंडार 566.23 टन पर पहुंच गया।
रिजर्व बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा था कि विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में विविधता लाने के लिए यह खरीदारी की गई। हालांकि, सप्ताह के दौरान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सुरक्षित विशेष निकासी अधिकार एक लाख डॉलर की मामूली गिरावट के साथ 1.462.6 अरब डॉलर रह गया। केन्द्रीय बैंक ने कहा कि आईएमएफ के पास देश का मुद्राभंडार भी एक लाख डॉलर की मामूली गिरावट के साथ 2.639 अरब डॉलर रह गया।