अनिवार्य मतदान को लेकर, लोकसभा में कानून बनाने की मांग
July 12, 2019
नयी दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी के जनार्दन सिंह सिग्रिवाल ने शुक्रवार को कहा कि आज भी देश के 33 प्रतिशत मतदाताओं द्वारा मताधिकार का प्रयोग नहीं करना चिंताजनक है और लोकतंत्र को जीवंत बनाने के लिए मतदान को अनिवार्य बनाना जरूरी है।
श्री सिग्रिवाल ने मतदान को अनिवार्य बनाने संबंधी उनके द्वारा लाये गये गैर.सरकारी विधेयक पर चर्चा की शुरुआत करते हुये कहा कि वर्ष 1952 में देश में पहला चुनाव हुआ था उसमें 45.6 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसके बाद 1967 के चुनाव तक लगातार इसमें वृद्धि हुई और यह आँकड़ा बढ़कर 61.33 प्रतिशत पर पहुँच गया।
हालाँकि, 2004 तक मतदान का प्रतिशत घटकर 57. 19 फीसदी रह गया। इस साल हुये चुनाव में रिकॉर्ड 67.60 प्रतिशत मतदान हुआए लेकिन अब भी देश के 33 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर रहे। उन्होंने कहा यह चिंता की बात है। कम से कम 90 प्रतिशत से ऊपर मतदान हो इसलिए मुझे विधेयक लाना पड़ा है। लोकतंत्र को और जीवंत बनाने बनाने के लिए अनिवार्य मतदान पर गंभीरता से विचार करना चाहिये।
श्री सिग्रिवाल ने कहा कि अधिकारों की बात होती है, लेकिन नागरिक अपने मौलिक कर्त्तव्यों का पालन नहीं करते। मतदान का अधिकार अन्य अधिकारों की तरह नहीं है। यह सभी अधिकारों की जननी है। इसके द्वारा हम सरकार चुनते हैं। अच्छा लोकतंत्र वही है जिसमें सरकार चुनने में हर व्यक्ति की भागीदारी होती है। उन्होंने कहा कि इससे चुनाव में कालेधन के इस्तेमाल में कमी आयेगी और कुरीतियों पर भी रोक लग सकेगी।