लखनऊ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज राज्य में कथित रूप से बढ़ रहे अपराध को लेकर योगी आदित्यनाथ की सरकार को घेरा।
उन्होंने आज बयान में कहा कि प्रदेश में अपराधी तांडव मचा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी राम नाम सत्य कह रहे हैं और पुलिस तंत्र अपराधियों के आगे पस्त हिम्मत दिख रहा है। हत्या, लूट और अपहरण की घटनाओं की इधर बाढ़ आ गई है। ध्वस्त कानून व्यवस्था के चलते जन सामान्य की जिंदगी पर हर क्षण खतरा मंडराता रहता है। भाजपा राज में भययुक्त का माहौल बन गया है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश को अपराध प्रदेश बना दिया है।
खुद मुख्यमंत्री जी के वीवीआईपी जनपद गोरखपुर में हर तीसरे दिन हत्या की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। जनपद का क्राइम ग्राफ चढ़ता जा रहा है। अपराधी तत्वों को संरक्षण दिया जा रहा है। सरकार की खामोशी उनके हौंसले बढ़ा रही है। पिछले 20 दिनों में हर तीसरे तीन हत्या, फायरिंग, चोरी, छेड़खानी और किशोरियों के अपहरण की घटनाएं ध्वस्त कानून व्यवस्था की नजीर है। राजभवन किंकर्तव्य विमूढ़ की स्थिति में है।
बख्शी का तालाब क्षेत्र की ग्राम पंचायत शिवपुरी में रण बाबा महादेव मंदिर के पुजारी फकीरे दास की लूट के बाद हत्या कर दी गई। वे 20 सालों से वहां पुजारी थे। पिछले दिनों लखनऊ में सिलसिलेवार तीन वारदात में बमबाजी से दहशत हुई। जानकीपुरम, हसनगंज और मंडियाव में अपराधी तत्वों ने लोगों को डराने और अपना वर्चस्व जताने के लिए ये घटनाएं की।
मासूम की जान बचाने में पुलिस की नाकामी अभी कासगंज में दिखाई दी। गोण्डा में एमसीपीसी कालेज के छात्र लोकेश की अपहरण के बाद निर्ममता से हत्या कर दी गई।
आजमगढ़ में सड़क पर साइड मांगने पर एक दलित युवक की कुछ दबंगों ने पिटाई कर दी। मामला एससी, एसटी का होते हुए भी पुलिस ने वह सक्रियता विवेचना में नहीं दिखाई जिसकी अपेक्षा थी।