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सीएम योगी ने हाई लेवल मीटिंग मे लाॅकडाउन की समीक्षा कर, दिये ये खास निर्देश

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जून से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए।

श्री योगी ने आज अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। इस मौके पर श्री योगी ने कहा एक जून से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर खरीद की सुचारु व्यवस्था को बनाए रखा जाए, जिससे किसानों को अपनी उपज को बेचने में कोई असुविधा न/न हों।

उन्होंने टिड्डी दल के प्रकोप के मद्देनजर पूरी सर्तकता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इस सम्बन्ध में लोगों में कोई पैनिक न/न हो। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल के बचाव के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को पहले ही निर्देश दिए गये हैं।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सभी श्रमिकों की सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए कृत संकल्पित है। इसके दृष्टिगत प्रदेश वापस आने के इच्छुक श्रमिकों की सूची सम्बन्धित राज्य सरकारों से प्राप्त की जाए, ताकि इनके लिए निःशुल्क ट्रेनों की व्यवस्था कराई जा सके। उन्होंने प्रदेश में कार्यरत विभिन्न राज्यों के कामगारों को जो वापस जाने के इच्छुक हों, की सकुशल वापसी के लिए इनकी सूची विभिन्न राज्य सरकारों को प्रेषित करने के भी निर्देश दिए हैं।

उन्होंने क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन व्यवस्था पर सन्तोष व्यक्त करते हुए इसे और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन में स्वच्छता एवं सुरक्षा के बेहतर प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। कम्युनिटी किचन के माध्यम से सभी जरूरतमंदों को अच्छा व पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए।

श्री योगी ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर पर स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए श्रमिकों को राशन किट के साथ होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए। राशन कार्ड विहीन कामगारों/श्रमिकों के राशन कार्ड बनाए जाएं, जिससे इनके लिए नियमित खाद्यान्न की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। उन्होंने ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में गठित निगरानी समितियों के सदस्यों से नियमित संवाद के माध्यम से इनके कार्यों का फीडबैक प्राप्त करने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने सभी जिलों में पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता पर सन्तोष जताते हुए सभी जिलों में इन्फ्रारेड थर्मामीटर भी उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि माइक्रोप्लानिंग करते हुए टेस्टिंग लैब व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए। टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाते हुए 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन किया जाए। उन्होंने वेंटीलेटरों के सुचारु संचालन के लिए एनेस्थेसीओलाॅजिस्ट तथा तकनीकी कर्मियों के प्रशिक्षण की प्रगति की जानकारी भी प्राप्त की। इस सम्बन्ध में उन्हें अवगत कराया गया कि चिकित्साकर्मियों को वेंटीलेटरों के संचालन के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मेडिकल काॅलेजों सहित सभी चिकित्सालयों में डाॅक्टर नियमित तौर पर राउण्ड लें। अस्पतालों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर जैसी संक्रमण से बचाने वाली सामग्री के साथ-साथ स्ट्रेचर तथा व्हीलचेयर की भी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मेडिकल काॅलेजों से नियमित संवाद रखते हुए कार्यों की जानकारी प्राप्त किए जाने के निर्देश भी दिए।

इस अवसर पर मुख्य सचिव आर के तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल तथा संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।