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विद्युत संशोधन विधेयक उपभोक्ता और किसान विरोधी, बड़े जन आंदोलन की तैयारी

लखनऊ , विद्युत संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे देश के 15 लाख बिजली कर्मचारी लाकडाउन खत्म होने के बाद काला दिवस मनायेंगे।

ऑल इण्डिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्पलॉईस एन्ड इंजीनियर्स (एनसीसीओईई) के बैनर तले देश के 15 लाख बिजली कर्मचारी और इंजीनियर इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2020 के विरोध में लॉक डाउन के बाद काला दिन मनाएंगे।

उन्होने बताया कि बिजली सेक्टर के सभी बड़े फेडरेशनों ने ऑन लाइन मीटिंग कर बिल वापस लेने की मांग की है। एनसीसीओईई ने एक प्रस्ताव कर इस बात पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है कि कोविड -19 महामारी के बीच जब सारा देश एकजुट होकर संक्रमण से संघर्ष कर रहा है तब केंद्र सरकार इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल जारी कर निजीकरण करने में लगी है जिससे बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा है |

श्री दुबे ने बताया कि बैठक में फैसला लिया गया कि बिल के उपभोक्ता और किसान विरोधी प्राविधानों से सभी मुख्यमंत्रियों और संसद सदस्यों को पत्र भेजकर अवगत कराया जाएगा और उनसे मांग की जायेगी कि वे इस बिल का प्रबल विरोध करे और इसे वापस कराने के लिये केंद्र सरकार पर दबाव डालें |

यह भी निर्णय लिया गया कि लॉक डाउन के बीच विडिओ कांफ्रेंसिंग के जरिये किसानों और घरेलू उपभोक्ता संगठनों से देश भर में चर्चा की जाएगी और बड़े जन आंदोलन की तैयारी की जायेगी | एन सी सी ओ ई ई के सभी घटक संगठन बिल के विरोध में सोशल मीडिया पर भी निरंतर अभियान जारी रखेंगे |