देहरादून, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत मंगलवार को सांकेतिक धरना देने राजभवन जाते समय रास्ते में पुलिस द्वारा रोके जाने पर सड़क पर ही बैठ गये। बाद में उनके कहने पर राजभवन से 50 मीटर पहले तक जाने की अनुमति दी गई।
अकेले ही धरना देने निकले श्री रावत से इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, कैप्टन बलबीर सिंह रावत, पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी और गरीमा दसोनी सहित कई अन्य मिलने धरना स्थल पहुंचे।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता श्री रावत का राजभवन पर सांकेतिक धरना इस बात पर विरोध जताने के लिये किया गया कि सोमवार को तेल की बढ़ती कीमतों के विरूद्व बैलगाड़ी पर बैठकर प्रदर्शन करने पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर दिया था। सोमवार को ही देर शाम फेसबुक पर जारी वीडियों में हरीश रावत ने कहा था कि वे इस सांकेतिक धरने में अकेले ही बैठेंगे। रावत ने कहा कि विपक्ष की आवाज को नहीं दबाया जा सकता। रावत ने वीडियो में गुनगुनाया- सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है।