नई दिल्ली, भारत सरकार और राजस्थान सरकार के तमाम कोशिशों के बावजूद जयपुर में जीका वायरस फैलता ही जा रहा है. जयपुर में जीका वायरस से पीड़ितों की संख्या बढ़कर 55 पहुंच गई है. हालांकि, राहत की बात यह है कि सरकार ने दावा किया है कि इनमें से 38 मरीज खतरे से बाहर हैं.
जयपुर में जीका वायरस से निपटने का सरकार अब नया फार्मूला अपनाने जा रही है. अब अगर घरों में मच्छर मिले तो सरकार जुर्माना वसूलेगी. राज्य सरकार ने बाकायदा एक एडवायजरी जारी कर रहा कि घरों में स्वच्छता का खास ध्यान रखा जाए. लंबे समय तक पानी भरकर नहीं रखें. अगर घरों में मच्छर या लार्वा मिले तो नोटिस देकर जुर्माना वसूला जाएगा.
अब इससे एक कदम आगे प्रशासन ने मच्छरों का झुंड किसी घर में पाए जाने पर नोटिस देकर कार्रवाई की जा रही है और पांच सौ रुपए जुर्माना ठोका जा रहा है. जयपुर जिला कलक्टर सिद्धार्थ महाजन का कहना है कि हमने पैनलाइज करना शुरू किया है. पहली बार मच्छर पाए जाने पांच सौ रुपए जुर्माना लगा रहे हैं.
दावा है कि इनमें से आधे मरीज ठीक हो चुके हैं. जयपुर में जीका वायरस से संक्रमित मरीज दो दिन पहले तक केवल शास्त्री नगर क्षेत्र में थे. लेकिन अब शहर के दूसरे इलाके के बस स्टैंड के आस-पास भी पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद फॉगिंग व साफ सफाई कराई जा रही है. टीमें घर घर जाकर सर्वे कर रही हैं.स्वास्थ्य विभाग ने इस बारे में हुई समीक्षा बैठक के बाद यह नया आंकड़ा जारी किया. बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव (चिकित्सा व स्वास्थ्य) वीनू गुप्ता ने की.
जयपुर के राजपूत हॉस्टल में जीका वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीमें कल दिनभर मुस्तैद रही. हॉस्टल में फॉगिंग कराई गई और छात्रों की स्क्रीनिंग की गई. हॉस्टल में दो दिन में जीका वायरस के छह पॉजिटिव केस सामने आए हैं. यहां पॉजिटिव पाए गए छात्रों के साथियों की स्क्रीनिंग कर उन्हें विशेष हिदायत दी गई है. शहर में लगातार एक इलाके से दूसरे इलाके में फैल रहे वायरस के बाद पूरे शहर में फॉगिंग और विशेष जागरूकता अभियान की जरूरत है.