नई दिल्ली, गुरुग्राम में जज की पत्नी और बेटे पर फायरिंग मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जिससे आरोपी गनर महिपाल सिंह यादव के फायरिंग करने के कारणों की पुष्टि होती है।
गुरुग्राम के आर्केडिया मार्केट में सेशन जज की पत्नी और बेटे को गोली मारने वाले गनर महिपाल सिंह मामले मे, आरोपी गनर महिपाल सिंह यादव के चाचा दान सिंह यादव ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होने बताया कि मेरे भतीजे महिपाल सिंह ने उस उस दिन जज से छुट्टी मांगी थी. चाचा ने कहा- ‘मेरे भतीजे महिपाल की सात साल की बेटी बीमार थी. फोन पर जानकारी मिलने के बाद उसने छुट्टी के लिए जज कृष्ण कांत से अनुरोध किया.
दान सिंह यादव ने आगे बताया कि लेकिन महिपाल सिंह के अनुरोध को खारिज कर दिया गया और जज की पत्नी व बेटे को शॉपिंग के लिए एस्कॉर्ट करने को कहा गया. चाचा ने कहा कि महिपाल की बेटी के डाक्टर से ईलाज का प्रेस्क्रिप्शन उनके पास मौजूद है और उन्होंने घर आने पर पुलिस को भी दिखाया था. लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनी और परिवार को दूसरे स्थान पर ले गए. दान सिंह ने ये भी बताया कि महिपाल सिंह की मां भी बीमार है.
सूत्रों के अनुसार, महिपाल सिंह के नौकरी मे किये जारहे शोषण और मानसिक दबाव की बात की पुष्टि उसके मित्रों ने भी की है. महिपाल के दोस्तों का कहना है कि वह अपनी नौकरी से भी खुश नहीं था. उसे जज के घर के काम करना पसंद नहीं था. उसके दोस्त कैलाश ने कहा, “वह पुलिस का जवान था लेकिन उसे घरेलू नौकर की तरह एक्सप्लॉइट किया जा रहा था.”
सोशल मीडिया मे भी महिपाल सिंह यादव के साथ नौकरी के दौरान हो रहे शोषण की ही चर्चा है कि उसने बीमार बेटी के ईलाज के लिये छुट्टी मांगी थी लेकिन उसके बार-बार अनुरोध करने के बावजूद उसे छुट्टी न देकर जज की पत्नी व बेटे को शॉपिंग के लिए एस्कॉर्ट करने को कहा गया. इसी बीच घर से यह कहने पर कि बेटी नही रहेगी तब आकर क्या करोगे. इस पर वह अपना मानसिक संतुलन खो बैठा.
महिपाल जब 3 साल का था उसके पिता की मौत हो गई थी, इसके बाद चाचा दान सिंह ने ही उन्हें पाला.महिपाल 2010 में अपनी पत्नी और मां के साथ गुरुग्राम पुलिस लाइन में शिफ्ट हो गया था.इस घटना के बाद, महिपाल को हरियाणा पुलिस की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.