Breaking News

मुलायम सिंह यादव के साथ मेरा नाता विशेष प्रकार का रहा- प्रधानमंत्री मोदी

नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक जताया और कहा कि मुलायम सिंह यादव के साथ मेरा नाता विशेष प्रकार का रहा है।

तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर सोमवार को भरूच पहुंचे प्रधानमंत्री ने कहा कि आपातकाल के दौरान वह लोकतंत्र के प्रमुख सिपाही थे और रक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने भारत को मजबूत बनाने की दिशा में काम किया। उन्होंने कहा कि उनका जाना देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।

‘नेताजी’ के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे।

तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर सोमवार को भरूच पहुंचे प्रधानमंत्री ने देश के पहले ‘बल्क ड्रग पार्क’ की आधारशिला रखने और कुछ अन्य परियोजनाओं का उद्धाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा, ‘‘आज मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। मुलायम सिंह यादव का जाना देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुलायम सिंह यादव के साथ मेरा नाता विशेष प्रकार का रहा है। जब हम दोनों मुख्यमंत्री के रूप में मिला करते थे तब हम एक-दूसरे के प्रति एक अपनत्व का भाव अनुभव करते थे।’’

मोदी ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मुलायम सिंह का आशीर्वाद मिला उस वक्त उन्होंने जो सलाह दी थी आज भी वह ‘‘मेरे लिए अमानत’’ हैं।

इससे पहले, मोदी ने ट्वीट कर यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।

उन्होंने कहा, ‘‘मुलायम सिंह यादव एक उल्लेखनीय व्यक्तित्व थे। उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे। उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जयप्रकाश नारायण और डॉ. राम मनोहर लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजनीति में स्वयं को स्थापित किया। वह आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए एक प्रमुख सिपाही थे। रक्षा मंत्री के रूप में, उन्होंने एक मजबूत भारत के लिए काम किया। उनकी संसदीय कार्यप्रणाली व्यावहारिक थी और वह राष्ट्रीय हित को आगे बढ़ाने पर जोर देते थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों जब मुख्यमंत्री थे, तब हमारे बीच लगातार संवाद हुआ करता था और घनिष्ठता का यह सिलसिला आगे भी जारी रहा। मैं हमेशा उनके विचारों को सुनने के लिए उत्सुक रहता था। उनका निधन मेरे लिए पीड़ादायक है। उनके परिवार और लाखों समर्थकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। उनके निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। उनके परिवार और उनके समर्थकों के प्रति संवेदनाएं।’’