देश में मेडिकल विशेषज्ञों की भारी कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने किया ये बड़ा काम

मेडिकल के आठ नये डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू

नयी दिल्ली, कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के संकट काल में देश के सुदूरवर्ती तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल विशेषज्ञों की भारी कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने मेडिकल की अलग-अलग विधाओं के आठ नये डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू करने की मंजूरी दी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी कि इस संबंध में कुछ दिन पहले ही अधिसूचना जारी की गयी है। ये पाठ्यक्रम एमबीबीएस और एमबीबीएस के स्तर की डिग्री के बाद किये जायेंगे। जिन नये पाठ्यक्रमों को शुरु किया गया है उनमें एनेस्थेसियोलॉजी, ओब्सटेरिक्स और गाएन्कोलॉजी, पेडिएट्रिक्स, फैमिली मेडिसिन, ऑप्थैलमोलॉजी, ईएनटी, रेडियो डायग्नॉसिस और टीबी एंड चेस्ट डिजीज शामिल हैं।

अधिसूचना में कहा गया है कि भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम,1956 की धारा 11 ( उप धारा 2) के तहत प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करके केंद्र सरकार ने भारतीय चिकित्सा परिषद के अधिक्रमण के बाद गठित शासी बोर्ड से परामर्श लेकर अधिनियम के पहले अनुच्छेद में संशोधन करके नये पा्यक्रमों को मंजूरी दी है।

नये पाठ्यक्रमों को राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड की मंजूरी मिल गयी है।