अहमदाबाद, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के मद्देनजर गुजरात में अहमदाबाद शहर के एेतिहासिक भगवान जगन्नाथ मंदिर में पांच जून को जलयात्रा महोत्सव सादगी से आयोजित होगा।
मंदिर के न्यासी महेन्द्रभाई झा ने सोमवार को यूनीवार्ता को बताया कि महंत दिलीप दासजी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित ट्रस्टी मंडल की बैठक में निर्णय लिया गया है कि कोरोना महामारी के कारण पांच जून को आयोजित जलयात्रा महोत्सव में मंदिर के पुजारी और ट्रस्टी ही शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि 21 जून को सूर्यग्रहण के कारण चार बजे के बाद ही ट्रस्टियों एवं पुजारियों की उपस्थिति में नेत्रोत्सव का आयोजन होगा। श्री झा ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की 143वीं रथयात्रा 23 जून को यहां सादगी से आयोजित की जायेगी। राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी एवं उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल पहिंद विधि कर रथयात्रा का प्रारंभ कराएंगे। इस बार रथयात्रा में भजन मंडली, अखाड़ा, करतब दिखाने वाले पहलवान, शोभायात्रा ट्रकों को शामिल नहीं किया जायेगा।
सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए भगवान जगन्नाथ की एेतिहासिक रथयात्रा में केवल तीन रथों में भगवान जगन्नाथ, बडे भाई बलभद्र और बहन शुभद्रा के रथ, दो गजराज और रथ खींचने वाले 36 खलासियों को ही रखा जायेगा जो पूरी यात्रा में रथ के साथ रहेंगे। मंदिर के ट्रस्टियों ने लोगों से अनुरोध किया है कि भक्तगण टी वी पर ही अपने-अपने घरों में बैठकर भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का दर्शन करें। भगवान जगन्नाथ की यह पहली रथयात्रा होगी जो कि इतनी सादगी से निकाली जाएगी।
उल्लेखनीय है कि हर साल रथयात्रा में भजन मंडली, बैंडबाजे, अखाड़ा, करतब दिखाने वाले पहलवान, शोभायात्रा ट्रकों के साथ लाखो लोग उमड़ पड़ते हैं।