सोनीपत, हरियाणा में एक छात्र ने खुद अपहरण की झूठी कहानी गढ़कर अपने पिता से ही पांच करोड़ रूपये की फिरौती की मांग कर दी, लेकिन पुलिस टीम ने उसे गुरुग्राम से पकड़ कर इस रहस्य पर से पर्दा उठा दिया। पुलिस उपाधीक्षक जितेंंद्र कुमार ने बताया कि साेनीपत के बरोटा गांव निवासी 22 वर्षीय उज्जवल गुरुग्राम में लॉ की पढ़ाई करता है।
वह लॉ तृतीय वर्ष का छात्र है। साथ ही वह सोनीपत अदालत में इंर्टनशिप भी कर रहा है। वह शुक्रवार सुबह घर से सोनीपत अदालत में आने के लिए निकला था। उज्जवल के पिता मुकेश ने पुलिस को बताया कि उसके मोबाइल पर शुक्रवार शाम तीन बजकर 20 मिनट पर उसके बेटे के मोबाइल से व्हाट्सएप पर ऑडियो मैसेज आया, जिसमें बताया गया था कि उसके बेटे का अपहरण कर लिया गया है और यदि तुम अपने बेटे को जिंदा देखना चाहते हो तो 15 दिन में पांच करोड़ रुपये का इंतजाम कर लेना।
इस संदेश में यह भी कहा गया था कि यदि तुमने इसकी सूचना पुलिस को दी, तो तुम्हारे बेटे को बेटे को मार दिया जाएगा।इस संदेश के मिलते ही मुकेश ने इसकी सूचना कुंडली थाना पुलिस को दी। इसके बाद थाना प्रभारी ने तुरंत इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया।फिर पुलिस अधीक्षक प्रतीक्षा गोदारा के नेतृत्व में नौ टीमों का गठन किया गया, जिसमें पुलिस उपायुक्त के साथ ही सिटी थाना, खुफिया एजेंसी तथा साइबर सेल टीमें शामिल थीं।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने सोनीपत अदालत से निकलने से लेकर रास्ते भर में लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली और साइबर की मदद ली गई। साइबर सेल की मदद से गुरुग्राम तथा पलवल पुलिस की भी मदद ली गई। पुलिस ने लगभग सात घंटे की मशक्कत के बाद रात 11 बजे गुुरुग्राम के होटल से उज्जवल को बरामद कियाए जिसके बाद छात्र ने सारी सच्चाई बतायी।