लखनऊ , मायावती की यह ख्वाहिश अब सीएम योगी आदित्यनाथ पूरी कर सकते हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार के कार्यकाल में लखनऊ के माल एवेन्यू मार्ग पर ओवर ब्रिज बनवाए जाने से नाराज यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने कहा था कि सीएम बनने पर विक्रमादित्य मार्ग पर ओवर ब्रिज बनवाएंगी। विक्रमादित्य मार्ग को पिपराघाट और सुलतानपुर रोड से जोड़ने वाली दिलकुशा रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने की कवायद तेज हो गई है। रेलवे की पिंक बुक में शामिल यह आरओबी कई सालों से कागजों तक ही सीमित है।
दिलकुशा रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रैफिक व्हीकल यूनिट (टीवीयू) के सर्वे में एक लाख से ज्यादा वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई है। इसके क्रॉसिंग रेलवे की पिंक बुक में आ गई है। इस पर ओवर ब्रिज बनाने के लिए रेलवे और पीडब्ल्यूडी व सेतु निगम के अधिकारी संयुक्त सर्वे करेंगे। रेलवे एस्टीमेट बनाए और देखा जाएगा कि आरओबी के लिए पर्याप्त जमीन है या अधिग्रहण की जरूरत पड़ेगी। इसके बाद रेलवे और सेतु निगम संयुक्त प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजेंगे। पूरी प्रक्रिया से छह माह का समय लग सकता है।
विक्रमादित्य मार्ग पर आरओबी बनने से कई वीवीआईपी के आवास और समाजवादी पार्टी का कार्यालय प्रभावित होगा। विक्रमादित्य मार्ग पर एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, अखिलेश यादव समेत कई वीवीआईपी के निजी आवास हैं। एसपी का पार्टी दफ्तर और लोहिया ट्रस्ट भी यहीं है। इसके अलावा मुख्य सचिव का आवास, एडीजी जोन का दफ्तर और आवास भी हैं।
जानकारी के मुताबिक विक्रमादित्य मार्ग पर आरओबी बनने का प्रस्ताव एसपी कार्यकाल से लंबित है। एसपी सरकार के दौरान विक्रमादित्य और माल एवेन्यू मार्ग पर आरओबी बनने का प्रस्ताव आया था। सरकार ने माल एवेन्यू आरओबी को मंजूरी दे दी लेकिन विक्रमादित्य मार्ग का मामला रुक गया। इस पर मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नाराजगी जताते हुए कहा था कि सीएम बनने पर विक्रमादित्य मार्ग पर आरओबी बनवाएंगी।