नई दिल्ली,बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने नागपुर में कहा कि वह बाबा साहेब की तरह बौद्ध धर्म की दीक्षा लेंगी. नागपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने इसका ऐलान किया. उन्होंने कहा कि सही समय पर इसका फैसला करेंगी.
उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की तरह ही वह भी हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लेंगी. हालांकि, यह फैसला वह सही और उचित समय पर लेंगी. इतना ही नहीं, उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान पर भी आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र बताया था.
नागपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा, ‘आप लोग मेरे धर्म परिवर्तन के बारे में भी सोचते होंगे. …तो मैं आपको बता दूं कि मैं भी बौद्ध धर्म की दीक्षा जरूर लूंगी. बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने अपने देहांत से कुछ वक्त पहले अपना धर्म परिवर्तन किया था. मैं भी बौद्ध धर्म की अनुयायी बनने के लिए दीक्षा अवश्य लूंगी, लेकिन यह तब होगा जब इसका सही समय आ जाए. ऐसा तब होगा जब पूरे देश में बड़ी संख्या में लोग ऐसा धर्मांतरण करें. धर्मांतरण की यह प्रक्रिया भी तब संभव है, जब बाबा साहब के अनुयायी राजनीतिक जीवन में भी उनके बताए रास्ते का अनुसरण करें.’
मायावती ने कहा कि वह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान से सहमत नहीं हैं, जिसमें उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र बताया था. मायावती ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर ने धर्मनिरपेक्षता के आधार पर संविधान बनाया था. उन्होंने धर्मनिरपेक्षता के आधार पर सभी धर्म के लोगों का ख्याल रखा था. आरएसएस प्रमुख को इस तरह का बयान देने से पहले सच्चर समिति की रिपोर्ट पढ़नी चाहिए.