अमेरिका में बढ़ी, ‘अल्टरनेटिव मीट’ (फसली मांस) की मांग
June 9, 2019
न्यूयार्क , वैकल्पिक मांस, अमेरिका में फसलों पर आधारित मांस सुपर-बाजारों की दुकानों में किसी कोने में पड़ी चीज न रह कर उस कतार में पहुंच गया है जहां अच्छी मांग वाले मांस रखे जाते हैं। उपभोक्ताओं ,खाद्य कंपनियों और बाजार में बड़े नाम रखने वाले रेस्त्रां में इस प्रकार के ‘अल्टरनेटिव मीट’ (फसली मांस) की मांग जोरदार ढंग से बढ़ रही है। इसके साथ ही अमेरिका के वित्तीय निवेशक भी वैकल्पिक मांस उद्योग की ओर आकर्षित हुए हैं।
वित्तीय सेवा कंपनी जेपीमोर्गन चेज का अनुमान है कि 15 साल में वैकल्पिक मांस का बाजार 100 अरब डालर का हो जाएगा। बार्कलेज का कहना है कि 10 साल में ही इस तरह के मांस का बाजार वैश्विक मांस बाजार के 10 प्रतिशत यानी करीब 140 अरब डालर सालाना तक पहुंच जाएगा। बर्गर किंग अप्रैल से ही निरामिष ‘हूपर’ पर परीक्षण कर रहा है। मैकडॉनाल्ड ने भी जर्मनी में बिना मांस का बर्गर देना शुरू कर दिया है। इसी तरह एक अन्य अमेरिकी रेस्त्रां कंपनी केंटुकी फ्रायड चिकन भी बिना मांस की चीजें पेश करने की संभावनाएं तलाश रही है।
वैकल्पिक मांस का विकल्प कोई नया नहीं है। बदलाव कारोबार में आया है। नयी नयी स्टार्टअप कंपनियों और अन्य कारोबारियों ने नयी प्रौद्योगिकी का लाभ उठा कर वृक्ष आधारित मांस उत्पादों के रंग-रूप और स्वाद के साथ नए नए प्रयोग शुरू कर दिए हैं। इससे बाजार में इस मांस ने असली मांस को टक्कर देनी शुरू कर दी है। इसके साथ ही अब उपभोक्ता भी पर्यावरण और स्वास्थ्य के कारण वृक्षों पर आधारित मांस की ओर झुकने लगे हैं।
हालात ऐसे बन गए है कि इंपासिबल फूड और बियोंड मीट जैसी नयी कंपनियां वनस्पति आधारित मांस की मांग पूरी नहीं कर पा रही है।
कारोबार की संभावनाओं का ही नतीजा है कि कंपनी बियोंड मीट का शेयर न्यूयार्क शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के पहले दिन ही 163 प्रतिशत उछल कर 65.75 डालर पर पहुंच गया। इसी तरह अमेरिका और एशिया में 7,000 बर्गर रेस्त्रां में बिक्री कर रही इम्पासिबल बर्गर ने हाल में बाजार से 30 करोड़ डालर की पूंजी जुटाई और उसका बाजार पूंजीकरण दो अरब डालर का हो गया है।
नेस्ले ने अप्रैल में इन्क्रेडिबल बर्गर देना शुरू किया। उसमें सोया, गेहूं और चुकंदर और अन्य फसलों से तैयार मांस का प्रयोग किया जाता है। यूनिलीवर ने भी पिछले साल इसी कारोबर के लिए वेजीटेरियन बूचर ब्रांड का अधिग्रहण किया। अमेरिका की कंपनी केलाग 1970 के दशक से ही इस तरह के मांस पेश कर रही है। लेकिन अमेरिका में अब एक नयी लड़ाई शुरू हो गयी है। बर्कलेज ने इस संदर्भ में अमेरिकी किसानों (पशुपालकों) की लाबी की इस मांग का उल्लेख किया है कि फसल आधारित वैकल्पिक मांस के साथ मांस या ‘मीट’ शब्द लगाने पर पाबंदी हो।