मांस के निर्बाध निर्यात अनुमति के लिये, भारत सरकार ने इस देश से किया आग्रह
July 9, 2019
नयी दिल्ली , केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज इंडोनेशिया से भारतीय भैंस के हलाल मांस के निर्बाध निर्यात को अनुमति देने का आग्रह किया।गोयल ने यहां अपने कार्यालय में इंडोनेशिया की व्यापार मंत्री इंग्गातियास्तो लुकीता से मुलाकात की और कहा कि इंडोनेशिया को भारतीय भैंस के हलाल मांस को मुक्त एवं सीधे निर्यात की अनुमति देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया के कारोबारियों को भारतीय भैंस के हलाल मांस की आयात की अनुमति मिलनी चाहिए और इस संबंध में किसी प्रकार कोटा या प्रतिबंध नहीं होना चाहिए। इस पर सुश्री लुकीता ने कहा कि पंजीकृत कारोबारियों के आयात निर्यात पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा लेकिन मांस की गुणवत्ता से समझौता करना संभव नहीं है। बैठक में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे। गोयल ने सुश्री लुकीता के साथ भारत के व्यापार घाटे का मामला उठाया। वर्ष 2018.19 में दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार में भारत का व्यापार घाटा 10ण्57 अरब डालर रहा है।
उन्होेंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार संतुलन बनाने के लिए इंडोनेशिया को भारत से आयात बढ़ाने की जरुरत है। दोनों देश कृषिए आटोए इंजीनियरिंगए सूचना प्राैद्योगिकीए जैव प्रौद्योगिकी और चिकित्सा सेवा क्षेत्र में सहयोग कर सकते हैं। उन्होेंने कहा कि इंडोनेशिया को भारतीय आटो उत्पादों के आयात पर गंभीरता से सोचना चाहिए। सुश्री लुकीता ने कहा कि इस संबंध में सकारात्मकता से विचार किया जाएगा। श्री गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में सहयोग की व्यापक संभावनायें हैं। इंडोनेशिया प्रतिवर्ष 99 करोड डालर का फार्मा आयात करता है जबकि भारत की हिस्सेदारी महज 75 लाख डालर है।
गाेयल ने भारतीय सब्जियों को भी इंडोनेशिया में प्रवेश देने का आग्रह किया। बैठक में इंडोनेशिया ने भारतीय चीनी के आयात की शर्तों में भी ढील देने का आश्वासन दिया। इंडोनेशिया ने उसके पाम आयल पर आयात शुल्क मलेशिया के पाम आयल के समान करने का अनुरोध किया। इससे उसे पांच प्रतिशत अधिक शुल्क चुकाना पड़ता है। श्री गाेयल ने इस मामले में संंबंधित मंत्रालय के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया।