इस मिशन का उद्देश्य महात्मा गांधी को उनकी 150 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि स्वरूप देश में सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज को हासिल करने के प्रयासों में तेजी लाना है।
दो अक्टूबर, 2019 तक खुले में शौच को खत्म करने के लिए अब तक 9 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं और वर्तमान में ग्रामीण स्वच्छता कवरेज भारत के 98 प्रतिशत गांवों तक पहुंच गया है, जो चार साल पहले तक महज 38 प्रतिशत ही था।
फाउंडेशन 24 सितंबर को चौथे वार्षिक ‘गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स अवार्ड्स’ का आयोजन करेगा।
फाउंडेशन ने कहा, ‘‘हम मोदी को भारत में 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वच्छता प्रदान करने के लिए अपना वार्षिक ‘गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स’ पुरस्कार प्रदान करेंगे।’’
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण एशियाई मूल के अमेरिकियों के एक प्रमुख समूह ने मानवाधिकार के कथित हनन का हवाला देते हुये फाउंडेशन को एक खुला पत्र लिखकर इस पुरस्कार की आलोचना की और फाउंडेशन से इसे वापस लेने का आग्रह किया था।
सीएनएन को दिए एक बयान में, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा, ‘‘स्वच्छ भारत मिशन से पहले, भारत में 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वच्छता तक पहुंच नहीं थी और अब, उनमें से अधिकांश स्वच्छता के दायरे में आ गए हैं।
अभी भी लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन भारत में स्वच्छता अभियान के प्रभाव पहले से ही दिख रहे हैं।