नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर, मुख्यमंत्री का अहम बयान
July 15, 2019
नयी दिल्ली , पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज कहा कि श्री नवजोत सिंह सिद्धू को मंत्रिमंडल में फेरबदल में बिजली जैसा महत्वपूर्ण विभाग सौंपा गया था और उन्हें इसका कार्यभार संभालना चाहिए था। कैप्टन सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि श्री सिद्धू ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज कर कुछ गलत नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के फेरबदल से संबंधित फैसला कांग्रेस हाईकमान की सलाह से किया जाता है , इसलिये श्री सिद्धू की ओर से इस्तीफ़ा पार्टी अध्यक्ष को भेजना ठीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि श्री सिद्धू ने अब अपना इस्तीफ़ा मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेज दिया है लेकिन वह इसे पढ़ने के बाद ही कोई टिप्पणी करेंगे। लोकसभा चुनाव के बाद मंत्रिमंडल फेरबदल में 17 में से 13 मंत्रियों के विभाग बदले गये थे।
श्री सिद्धू ही एकमात्र ऐसे मंत्री थे जिनको इससे समस्या हुई है। फेरबदल का फ़ैसला मंत्रियों की कार्यशैली के आधार पर ही लिया गया था और श्री सिद्धू को अपना नया विभाग संभालना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अभी धान रोपायी का सीजन है और श्री सिद्धू बीच में काम छाेड़कर चले गये। जब अन्य मंत्रियों ने अपने महकमे संभाल लिये तो उन्हें कौन सी दिक्कत थी। जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई थी, उसे सहर्ष स्वीकार करना चाहिये था ।
कैप्टन सिंह ने कहा कि यदि श्री सिद्धू काम ही नहीं करना चाहते तो उसमें वह क्या कर सकते हैं। सरकार यदि कारगर ढंग से चलानी है तो अनुशासन जरूरी है । श्री सिद्धू से सुलह सफाई की कोशिश पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी कोई ज़रूरत नहीं है। जब उनसे कोई मतभेद नहीं है तो समस्या की बात ही नहीं उठती । मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के दौरान गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श किया। प्रधानमंत्री ने इस महान समागम में शामिल होने की पुष्टि की है और इस समारोह को सफल बनाने के लिए हर संभव मदद देने का भरोसा दिया।
उन्होंने कहा कि विचार-विमर्श के दौरान 31000 करोड़ रुपए के अनाज कर्ज का मसला भी उठा और प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इससे भली भाँति अवगत हैं। उन्होंने कहा कि श्री सिद्धू को अहम महकमा बिजली विभाग दिया गया था जिसकी धान के सीजन के मौके पर जून से अक्तूबर महीने तक महत्ता बढ़ जाती है। पंजाब के कई हिस्सों में उपयुक्त बारिश नहीं हुई और बिजली की स्थिति पर रोज़ाना निगरानी रखने की ज़रूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह काम अब वह स्वयं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह श्री गांधी से भी मुलाकात करेंगे।