Breaking News

निजामुद्दीन धार्मिक कार्यक्रम में शामिल, सैकड़ों लोगों की हो रही इस प्रदेश में तलाश

नई दिल्ली,  कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ महामारी का नया हॉटस्पॉट बने नयी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मार्च की शुरुआत में एक

धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें शामिल लगभग 300 लोगों की असम में तलाश जारी है।

असम सरकार ने उनकी पहचान करने और उन्हें असम में क्वारेंटीन करने के लिये कड़े निर्देश जारी किये हैं।

ओलंपिक की नयी तारीखों की घोषणा के बाद, जानिये क्या हाल है भारतीय टीमों का?

राज्य स्वास्थ्य मंत्री डॉ हेमंत बिस्वा शर्मा ने ट्वीट किया, “असम सरकार ने निजामुद्दीन दरगाह के पास बने हॉटस्पॉट में शामिल रहे 299 लोगों

की सूची बनायी है। हम यह पता लगा रहे हैं कि क्या ये लोग असम वापस आ गये हैं और अगर वे राज्य में हैं, तो उन्हें क्वारेंटीन करने के लिए

सख्त निर्देश जारी किए हैं।”

उन्होंने यह भी अनुरोध किया, “ जो भी व्यक्ति उस धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद राज्य में वापस आया हो, कृपया वह अपने निकटतम

सरकारी अस्पताल में या हेल्पलाइन नं # 104 पर कॉल करके अपनी रिपोर्ट तुरंत भेजें।”

उप मुख्यमंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि राज्य के मोरीगांव जिले के 180 से अधिक लोगों के अलावा पास के नागांव से बड़ी संख्या में इसमें

हिस्सा लिया था।

निजामुद्दीन मस्जिद परिसर के भीतर अभी भी रह रहे मोरीगांव के एक व्यक्ति ने यहां एक स्थानीय टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि उसके

जिले के लगभग 34 लोग अभी भी इस परिसर में थे।

दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक में तैनात एक और डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप

कई अन्य लोग छूट गये हैं, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि उन्हें रहने या चिकित्सा के लिए अन्य स्थानों पर ले जाया गया है या वे

असम वापस आ गये हैं। उस व्यक्ति के दावे के अनुसार मोरीगांव और नागांव में मौजूद लोगों के अलावा राज्य के पश्चिमी छोर में धुबरी जिले के

लोग थे।

 इस आयोजन में शामिल हुए 24 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की रिपोर्ट सामने आयी है।

1 अप्रैल यानि मूर्ख दिवस को लेकर पुलिस ने दिये कड़े निर्देश

दिल्ली के निजामुद्दीन बस्ती क्षेत्र में कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में वृद्धि देखी गयी

रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने सोमवार को भी इलाके की घेराबंदी की।

नयी दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें देश और एशिया के 1500 से अधिक लोग शामिल हुए थे।

अभी तक असम में कोरोना वायरस से संक्रमित होने का कोई मामला सामने नहीं आया है।