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यूपी मे कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष का योगी सरकार पर बड़ा हमला

लखनऊ , उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर में हिस्ट्रीशीटर बदमाश और उसके साथियों द्वारा घात लगाकर किये गये हमले में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद विपक्ष कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य की योगी सरकार को घेरने के लिये लामबंद हो गया है।

मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी, कांग्रेस,बहुजन समाज पार्टी , राष्ट्रीय लोकदल और आम आदमी पार्टी समेत लगभग समूचे विपक्ष ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते हुये कहा कि इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि राज्य में अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद है। पुलिस पार्टी पर हुये हमले के बाद आम जनता दहशत में है।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा “ उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है। अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए।”

उन्होने कहा “ उप्र की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फ़ानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है. इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा तथा पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा। सरकार तुरंत मुआवज़ा घोषित करे व परिजनों को हर संभव संरक्षण दे।”

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया “ कानपुर में शातिर अपराधियों द्वारा एक भिड़न्त में डिप्टी एसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत व 7 अन्य के आज तड़के घायल होने की घटना अति-दुःखद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण। स्पष्ट है कि यूपी सरकार को खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में और भी अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है।”

उन्होने कहा “ इस सनसनीखेज घटना के लिए अपराधियों को सरकार को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहिए, चाहे इसके लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत क्यों न पड़े। सरकार मृतक पुलिस के परिवार को समुचित अनुग्रह राशि के साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दे, बीएसपी की यह मांग है।”

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा “ बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें यूपी पुलिस के सीओ, एसओ सहित 8 जवान शहीद हो गए। यूपी पुलिस के इन शहीदों के परिजनों के साथ मेरी शोक संवेदनाएं। यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं। आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है। ”

उन्होने कहा कि कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख़्त कार्यवाही करनी चाहिए। कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि कानपुर में बेलगाम अपराधी द्वारा आठ पुलिसकर्मियों की हत्या सहित प्रयागराज और गाजियाबाद में हुई ताबड़तोड़ हत्या बताती है कि प्रदेश में जंगलराज बना हुआ है। कानून का राज अब उत्तर प्रदेश में सियासी मुहावरा बन कर रह गया हैं।

उन्होने कहा कि प्रदेश में अराजकता हैं। प्रदेश में कानून का राज नाम की कोई चीज नहीं रह गयी हैं। अपराधी सत्ता के संरक्षण में फल-फूल रहे हैं और मनबढ़ हो चले हैं। अपराधी इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद फरार भी हो जाते हैं। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था ने दम तोड़ दिया है।

देवरिया में सपा महासचिव रमाशंकर विद्यार्थी ने कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के विरोध में धरना दिया और आरोप लगाया कि भाजपा सत्ता समर्थित दुर्दान्त अपराधियों ने आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या कर यह साबित कर दिया है कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है। अपराधी बेखौफ हो गये हैं।प्रदेश की यह सरकार रोगी सरकार हो गई है‌।
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रवक्ता अनिल दूबे ने कहा कि ऐसा लगता है कि प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण पुलिस का खुफिया तंत्र फेल हो गया है और प्रदेश में अपराधियों का तंत्र प्रभावशाली ढंग से कार्य कर रहा है।
यही कारण है कि दबिश पड़ने की जानकारी अपराधी तक पहले ही पहुँच गई। उन्होंने प्रदेश में अपराधियों का बोल बाला बताते हुए कहा कि हत्याएँ होना सरकार की नाकामी का प्रमाण है।
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले की हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जाँच हो जिससे स्पष्ट हो सके कि इतनी बड़ी वारदात करने वाले अपराधियों को किसका संरक्षण प्राप्त है।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री योगी तमाम विभाग अपने पास लेकर बैठे है । कानून व्यवस्था को दुरस्त करने के लिए किसी काबिल मंत्री को गृहमंत्री क्यों नहीं बनाते है। यूपी में गृह मंत्रालय बनने से कानून व्यवस्था पर ठीक से निगरानी की जा सकती है । मुख्यमंत्री पूरे पुलिस तंत्र को अपने हाथों में लिए हुए है इसके बाबजूद भी कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है।