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क्या प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की, चुनाव प्रचार रणनीति में समानता है ?

दिल्ली, क्या प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की चुनाव प्रचार रणनीति में समानता है ? इस सवाल का जवाब इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा  के पास है।

 सैम पित्रोदा ने  कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुनाव प्रचार की रणनीति में समानता है क्योंकि दोनों ही लोगों की भावनाओं से खेलने पर विश्वास करते हैं।

वह डिजिटल युग में राजनीतिक प्रचार विषय पर बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि डिजिटल युग साउंड बाइट्स,तिकड़म और वीडियोज का है। यह उससे ठीक उल्टा है जब पत्रकार गहराई तक जाकर विश्लेषण करते थे।

बालाकोट स्ट्राइक पर पित्रोदा ने कहा, “मैंने सिर्फ सवाल पूछे. आपने कहा कि 300 लोग मारे गए। मैंने सबूत मांगे। देश के नागरिक के नाते मुझे इसका अधिकार है। मैं एक वैज्ञानिक हूं। मैं आकड़े में विश्वास करता हूं। वास्तव में इन चीजों को लेकर मैं भावुक नहीं हूं। मैं तथ्य चाहता हूं. मैंने न्यूयॉर्क टाइम्स में पढ़ा कि एक भी व्यक्ति नहीं मारा गया, आप मुझे बताते हैं 300 मारे गए. मैं जानना चाहता हूं। इसमें क्या गलत है, यह तो किसी के प्रति अपमान नहीं है।”

सैम ने कहा कि उनकी टिप्पणियों के जिस 40 मिनट के टैप ने तूफान खड़ा कर रखा है, वह हर किसी के लिए उपलब्ध है और यदि कोई उसमें ऐसा कुछ निकाल दें जो हमारे जवानों या हमारी सेना के लिए कहीं से अपमानजनक है, तो मैं खुशी-खुशी माफी मांगने को तैयार हूं, यदि ऐसा नहीं है तो मैं उन्हें (प्रधानमंत्री, जेटली और अमित शाह को) एक सार्वजनिक मंच पर बहस करने की चुनौती देता हूं।

उन्होंने कहा, “यह क्या बकवास है.. आप किसी का चरित्र हनन कर सकते हैं. मैंने यहां 30 साल काम किए हैं। मैंने अपनी अमेरिकी नागरिकता बदल कर भारतीय कर ली और आप झूठ के जरिए मुझ पर हमला करना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि 40 मिनट के वीडियो में कहीं भी जरा भी वसा कुछ नहीं है, जैसा प्रधानमंत्री या अमित शाह ने कहा है।