इंदौर, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर प्रारंभ ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान केवल अभियान न रहकर अब पूरे देश में जनआंदोलन बन गया हैं। यह अभियान हमारी माँ और धरती माँ के प्रति हमारी श्रद्धा के भाव का प्रकटीकरण हैं।
अमित शाह यहां के रेवती रेंज परिसर में आयोजित एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत 11 लाख वृक्षारोपण के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, सांसद कविता पाटीदार, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक तथा सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा, फिल्म निर्देशक, निर्माता और लेखक नीरज पाठक और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि आज पूरे देश में हर व्यक्ति अपनी मां और धरती मां दोनों के नाम से पौधा लगाकर उन्हें प्रणाम कर रहा है। मध्यप्रदेश का इंदौर पहले से स्वच्छता, स्वाद, सहयोग, सुशासन और सहभागिता के लिए जाना जाता हैं। आज से इंदौर एक पेड़ माँ के नाम अभियान में वृहद पौध-रोपण के लिए भी देश भर में जाना जाएगा। इंदौर में 24 घंटे में 11 लाख पौधे रोपने का यह विश्व विक्रम पुण्य श्लोक देवी अहिल्याबाई की नगरी इंदौर को नए कीर्तिमान के साथ पूरे विश्व में प्रसिद्ध करेगा।
उन्होंने कहा कि पौध-रोपण करना सरल है, लेकिन उन्हें बड़ा करना कठिन। पौध-रोपण करने वाले सभी प्रतिभागियों से आग्रह है कि उनके द्वारा लगाएं गए पौधों का अपने बेटे की तरह पालन करें। यही वृक्ष आगे एक माँ की तरह आपकी चिंता करेगा। उन्होंने कहा कि 51 लाख पौधे लगाना और एक ही दिन में 11 लाख पौधे लगाना अपने आप में अभूतपूर्व हैं। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनूठे आयोजन के लिये इंदौरवासियों को शुभकामनाएं और बधाई दी।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि अभिनेता रणदीप हुड्डा द्वारा चलचित्र के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर को चिरंजीवी बनाने का काम किया है। अभिनेता श्री हुड्डा द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह को पीतल से बनी न्याय संहिता भेंट की गयी।
अमित शाह ने कहा कि इंदौर स्मार्ट सिटी, मेट्रो सिटी, क्लीन सिटी, मॉडर्न एजुकेशन का हब बनने के बाद अब ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाएगा। जन सहभागिता से ही किसी भी अभियान को सफल बनाया जा सकता है, जो इंदौर ने पुनः कर दिखाया है। पौध-रोपण के इस पुनित अभियान में इंदौर के युवा महापौर ने समाज के हर जाति, वर्ग को जोड़ने का काम किया है। इंदौर में पीपल, बरगद, नीम आदि लंबी आयु के पौधों के रोपण के साथ अमरूद, करोंद, सीताफल, आंवला जैसे औषधीय गुणों वाले पौधों का रोपण भी किया जा रहा है। साथ ही रेवती रेंज परिसर में तीन तालाब बनाकर उनकी सिंचाई की व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया गया है।
अमित शाह ने सीएपीएफ के जवानों को मनपूर्वक सैल्यूट करते हुए कहा कि सीएपीएफ के जवानों द्वारा कन्याकुमारी से लेकर नॉर्थ ईस्ट और बंगाल से लेकर गुजरात तक विगत वर्ष 5 करोड़ 21 लाख पौधे लगाने का सराहनीय काम किया है। इसी प्रकार 2024 तक एक करोड़ पौधे और लगाकर 6 करोड़ पौधे लगाने का काम पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्र और पुराण हमें वृक्ष के महत्व बताते हैं। मत्स्यपुराण में कहा गया है कि 10 कुओं के बराबर एक बावड़ी, 10 बावड़ी के बराबर एक तालाब, 10 तालाब के बराबर एक पुत्र और 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता हैं। इस प्रकार वृक्ष लगाने के पुण्य को समझाने का काम किया हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा है कि पीछे मुड़कर आने वाली पीढ़ी को देखें। पर्यावरण संरक्षण आज पूरी दुनिया के लिए चिंता बना हुआ है। कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड ने ओजोन के स्तर को कम करने का काम किया हैं, जिससे पृथ्वी पर गर्मी बढ़ने लगी है और जलवायु परिवर्तन को अनुभव किया जा रहा हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा चलाए गया एक पेड़ माँ के नाम अभियान जलवायु परिवर्तन के प्रति सटीक जवाब हैं।
अमित शाह ने कहा कि वे मध्यप्रदेश को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं। मध्यप्रदेश भारत का लंग्स है जो पूरे देश को आक्सीजन देने का काम करता है। प्रदेश का 31 प्रतिशत क्षेत्र फॉरेस्ट कवर में आता है और पूरे देश का कुल 12 प्रतिशत फॉरेस्ट कवर मध्यप्रदेश में हैं, जिससे मध्य प्रदेश में पर्यावरण अनुकूल पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है। प्रदेश में 6 टाइगर रिजर्व, 11 नेशनल पार्क और 24 अभ्यारण है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा कूनो अभ्यारण्य में चीते भी लाए गए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा जी-20 में वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर के साथ ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस जैसे कई इनिशिएटिव लिए गए हैं। जिससे यूएन द्वारा प्रधानमंत्री श्री मोदी को ‘चैंपियन ऑफ अर्थ’ का पुरस्कार भी दिया गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कॉप 28 में ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम को प्रस्तावित किया हैं। पेट्रोल और डीजल में 20 प्रतिशत एथेनॉल की ब्लेंडिंग को परमिशन दी गई। पूरे देश में 2025 तक पेट्रोल और डीजल में 20 प्रतिशत इथेनॉल की ब्लेंडिंग हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि बायोमास को बायोफ्यूल बनाए जाने के लिए 12 से ज्यादा रिफाइनरी डाली गई हैं। ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत 20 हजार करोड़ का प्रोग्राम बनाया गया है। इसी प्रकार एक नहीं अनेक पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा इनीशिएटिव लिए गए हैं। श्री मोदी द्वारा ही गुजरात में सर्वप्रथम पर्यावरण विभाग बनाया गया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश, सुरक्षित, समृद्ध आधुनिक और पूरी दुनिया में नंबर वन बनेगा।
अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही मध्यप्रदेश में अधोसंरचना, शिक्षा, आर्थिक स्थिरता आदि क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव द्वारा मध्यप्रदेश में 3 लाख 65 हजार करोड़ राशि का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया गया है। जो किसान और विकास दोनों के मध्य संतुलन को दर्शाता है। केंद्रीय मंत्री श्री शाह ने मध्यप्रदेश सरकार और समस्त आयोजकों को इस आयोजन के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि मालवा में ‘डग-डग रोटी पग-पग नीर’ की कहावत है। यहां अनगिनत वृक्ष हुआ करते थे, जो काल के प्रवाह में खत्म होते चले गए। मालवा में कई सारी नदियां जैसे -चंबल, शिप्रा, गंभीर और अन्य सात नदियां इंदौर से निकलती हैं। उन्होंने कहा कि एक पेड़ 10 पुत्रों के समान होता है। इस प्रकार से इंदौर में आज 51 लाख पौधे लगाए जाने का जो रिकॉर्ड बनाया जा रहा है वह अभूतपूर्व है।
डॉ यादव ने कहा कि मालवा की संस्कृति में प्रकृति के साथ मेलजोल बनाकर रखने का रिवाज है। एक पेड़ माँ के नाम अभियान ने बहुत व्यापक रूप ले लिया है। अभियान अंतर्गत इंदौर में 51 लाख, भोपाल में 40 लाख और उज्जैन में 10 लाख पौधे लगाए जा रहें हैं। मुख्यमंत्री ने अपनी ओर से सभी को शुभकामनाएं दी।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर शहर प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का दीवाना है। प्रधानमंत्री के हर संकल्प में इंदौर की भागीदारी रहती है। श्री मोदी ने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम लगाना है। इंदौर की जनता ने फैसला किया है कि इस संकल्प को पूरा करेंगे। इंदौर की जनसंख्या 30 लाख है लेकिन हम 51 लाख पौधे लगाएंगे। इतना ही नहीं हमारा अनुमान है कि 60 लाख पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इंदौर क्लीन सिटी के नाम से जाना जाता है। वह भी प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का सपना था। स्वच्छ भारत मिशन के तहत इंदौर ने देश को नई दिशा दी और अब प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ग्रीन इंदौर की कल्पना की है, जिस पर ग्रीन इंदौर का संदेश देने वाला शहर बनने जा रहा है।
श्री विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री का पत्र आया, यह पत्र भाव भरा पत्र है, जिसे पढ़कर मेरी आंखों में आंसू आ गए। हमारा इंदौर प्रधानमंत्री के लिए कृतज्ञ है। उन्होंने ग्रीन सिटी बनाने का आशीर्वाद दिया है। अब हम हर साल 51 लाख पौधे लगाएंगे।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने एक पेड़ माँ के नाम अभियान का संकल्प लिया जिसे 140 करोड़ लोग पूरा करने में लगे हुए हैं। मध्यप्रदेश में साढ़े पांच करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। इसी क्रम में 51 लाख पौधे इंदौर में लग रहे हैं। 11 लाख पौधे लगाकर इंदौर विश्व पटल पर रिकार्ड बना रहा है। असम में 9 लाख पौधे का रिकार्ड बना था अब माँ अहिल्या की नगरी इंदौर का नाम विश्व पटल पर स्थापित हो रहा है। उन्होंने कहा कि सात बार क्लीन सिटी का रिकार्ड बना है। अब इंदौर ग्रीन सिटी बनने जा रहा है।
महापौर इंदौर नगर निगम पुष्पमित्र भार्गव ने कहा कि देश के सबसे स्वच्छ शहर, सबसे स्मार्ट शहर अपनी एयर क्वालिटी इंडेक्स को इंप्रूव कर अब हरियाली में नंबर वन बन रहा है। हम विश्व रिकार्ड की ओर बढ़ रहे हैं। इंदौर ने जनभागीदारी से स्वच्छता के मॉडल को प्रधानमंत्री श्री मोदी के सपने को पूरा किया है। ग्रीन सोलर एनर्जी को बढ़ा रहे हैं। एक साथ 51 लाख पौधे लगाने का अभियान प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से चल रहा है। एक पेड़ माँ के नाम अभियान में भी इंदौर शहर नया कीर्तिमान बनाने जा रहा है।
अभिनेता रणदीप हुड्डा ने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम अभियान में शामिल होकर वे खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री विजयवर्गीय की पहल पर 24 घंटे में 11 लाख पौधे रोपने का यह पुनीत अभियान इंदौर को विश्व के नक्शे पर अलग पहचान दिलाएगा। उन्होंने कहा कि वृक्ष पर्यावरण की रक्षा के साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।