मुंबई, संकट में घिरे पीएमसी बैंक के एक और खाताधारक की शुक्रवार को मौत हो गयी। मृतक के परिजनों का दावा है कि बैंक से जमापूंजी की निकासी नहीं हो पाने की वजह से खाताधारक अपना इलाज नहीं करा पाया। उसे ह्रदय का आपरेशन कराना था।
पीएमसी बैंक के खाताधारक की मौत का यह चौथा मामला है। बैंक में घोटाला सामने आने के बाद रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक से पैसे निकालने की अधिकतम सीमा तय की है। उससे अधिक राशि खाताधारकों को निकालने की अनुमति नहीं है। वर्तमान में यह सीमा 40,000 रुपये है। इससे पहले बैंक के दो जमाकर्ताओं की मौत ह्रदय गति रुकने से हुई तथा एक महिला चिकित्सक ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
मृतक मुरलीधर धर्रा (83 वर्ष) की मौत उपनगरीय मुलुंद इलाके में स्थित आवास पर शुक्रवार को हुई। मृतक के पुत्र प्रेम धर्रा ने पीटीआई- भाषा को यह जानकारी दी। उसने बताया कि पीएमसी बैंक में परिवार का 80 लाख रुपये जमा है। प्रेम ने कहा कि चिकित्सकों ने उनके पिता के हृदय की शल्य चिकित्सा का सुझाव दिया था। बैंक में जमाराशि फंसी होने के कारण वे इलाज के लिये पैसे नहीं जुटा सके।