लखनऊ, पॉलीथिन या सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग से शहरों की सूरत और हमारी सेहत बिगड़ रही है। इसलिये पॉलीथिन या सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर पूर्णतया प्रतिबंध है। ऐसा करते पाये जाने पर जुर्माना हो सकता है।
यह जानकारी आज लखनऊ शहर के वार्ड राजेन्द्र नगर वार्ड नंबर 83 में स्वच्छ भारत मिशन, नगरीय के द्वारा आयोजित “गंदगी से आजादी” अभियान के तहत स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम में दी गई। अभियान में बताया गया कि सिंगल यूज पॉलीथिन से शहरों की न केवल सूरत बल्कि हमारी सेहत भी बिगड़ रही है। जहां शहर में सिंगल यूज पॉलीथिन के प्रयोग से गंदगी बढ़ती है वहीं लोग कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। साथ ही इससे सांस लेने से जुड़ी समस्याएं भी हो जाती हैं।
स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम में बताया गया कि पॉलीथिन या सिंगल यूज प्लास्टिक से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। बहुत सारे लोग पालीथिन में जूठन, चोकर या अन्य खाद्य सामग्री जोकि खराब होने वाली है, जानवरों के आगे डाल देते हैं। बेजुबान जानवर पॉलीथिन को भी निवाला बना लेते हैं। इसलिये अब पॉलीथिन का प्रयोग बिल्कुल न करें।
अभियान के तहत बताया गया कि इस पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने 100 माइक्रोन तक की सिंगल यूज पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब बाजार जाने से पहले घर से थैला ले लेने की आदत डाल लें । ये एक अच्छी आदत शहर को स्वच्छ और आपको स्वस्थ रखने में मदद करेगा। अब आप सब बाजार से सामान घर लाने के लिए पॉलीथिन के स्थान पर कपड़े के थैले का इस्तेमाल करें।
इसी के साथ दुकानदारों को भी संदेश दिया गया कि सिंगल यूज पॉलीथिन के प्रयोग पर प्रतिबंध है। ऐसे में व्यापारी पॉलीथिन के प्रयोग पर रोक लगाएं अन्यथा छापे के दौरान पकड़े जाने पर जुर्माना वसूल किया जाएगा।