गोल्ड मैडल विजेता पूनम यादव के एशियाड मे भाग लेने पर लगी रोक, कारण जानकर जायेंगे चौंक
May 11, 2018
वाराणसी, इंटरनेशनल वेटलिफ्टर पूनम यादव जकार्ता में होने वाले एशियाड में नहीं खेल पाएगी। पूनम यादव को वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ऑफ इण्डिया ने भारत सरकार के (टॉप्स ) टारगेट ऑफ पोडियम स्कीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। 8 अप्रैल को ही पूनम यादव ने गोल्ड कोस्ट में कॉमनवेल्थ में गोल्ड मैडल जीता था।
सेकेट्री जनरल इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन के अनुसार, अनुशासनहीनता में पूनम यादव को बाहर कर दिया गया है। इंटरनेशनल प्लेयर के रूप में मिलने वाली सुविधाओं और इस साल कैंप में हिस्सा लेने पर बैन लगा दिया गया है। प्रैक्टिस के लिए मिलने वाले 50 हजार रूपये महीने पर भी रोक लगा दी गई है। पूनम यादव ने एशियाड 2014 में सिल्वर मेडल, सीनियर नेशनल 2014 में सिल्वर मेडल, 2014 कॉमनवेल्थ में ब्रांज मेडल, 2018 कॉमनवेल्थ में गोल्ड मैडल जीता है।
सूत्रों के अनुसार, फेडरेशन द्वारा पटियाला में इंडियन कैम्प में सभी खिलाड़ियों को दिल्ली से पटियाला कैम्प में कॉल किया गया। पूनम पटियाला कैम्प में नहीं आयी। वह दिल्ली से बिना किसी को बताए वाराणसी चली आयी। फेडरेशन ने दो नोटिस और एक मेल पूनम को भेजे, जिसका जवाब नहीं दिया गया तो यह कार्यवाही हुई। नियम के अनुसार, जो खिलाड़ी कैंप में शामिल नहीं होगा वह एशियाड में नहीं जा सकता है।
लेकिन क्या वाकई मे पूनम यादव ने अनुशासनहीनता की या कोई और कारण है? सूत्रों के अनुसार, पूनम यादव की बड़ी बहन शशि ने बताया कि कुछ दिनों पहले दो पत्र आए थे। चूंकि पत्र अंग्रेजी मे लिखे थे इसलिये हमलोग पढ़ नही पाये। हमारे परिवार में इतना कोई पढ़ा लिखा नहीं है कि अंग्रेजी समझ पाता। पूनम को भी हम लोगो ने बताया था, वो समझी कि जीत के बाद चूंकि बहुत से पत्र आते रहते है। किसी ने भेजा होगा। पिता कैलाश यादव ने कहा मेरी बेटी से जाने अंजाने कोई गलती की है तो फेडरेशन उसे माफ़ कर दे। हम लोगो को जानकारी होती तो एेसा नही होता।