लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधान परिषद में समाजवादी पार्टी के युवा नेता राजपाल कश्यप ने कहा कि 15 फीसदी आबादी वाले लोग देश और प्रदेश की संस्थाओं में 85 फीसदी पदों पर कब्जा किए हुए हैं। जिस पर सदन मे हंगामा खड़ा हो गया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। शून्य काल के दौरान समाजवादी पार्टी के युवा नेता राजपाल कश्यप ने यह मुद्दा उठाया।
पिछड़ों तथा दलितों के आरक्षण के मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी ने विधान परिषद में आज योगी सरकार को घेरा। समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप ने आरोप लगाया कि 85 फीसदी आबादी वाले अनुसूचित जाति, जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को आरक्षण प्राप्त है, मगर बीजेपी सरकार उसे पूरी तरह से खत्म करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि 15 फीसदी आबादी वाले लोग देश और प्रदेश की संस्थाओं में 85 फीसदी पदों पर कब्जा किए हुए हैं।
इस बीच बीजेपी के देवेंद्र प्रताप सिंह ने खड़े होकर रोकने की कोशिश की तो समाजवादी पार्टी सदस्यों ने उनका विरोध किया। नेता सदन दिनेश शर्मा ने कुछ कहा लेकिन शोर के कारण आवाज नहीं सुनाई दी। सपा सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीचो-बीच आ गए। सभापति रमेश यादव ने उन्हें अपने स्थान पर जाने को कहा लेकिन हंगामा थमते ना देख उन्होंने सदन की कार्यवाही पहले 20 मिनट के लिए स्थगित की, फिर स्थगन अवधि को और 10 मिनट के लिए बढ़ा दिया गया।
राजपाल कश्यप ने बीजेपी सरकार द्वारा आरक्षण को समाप्त करने की साजिश का खुलासा करते हुये कहा कि आज हालात यह हैं कि नाम मात्र के बचे हुये अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों के आरक्षण को भी केंद्र और राज्य की मौजूदा बीजेपी सरकार अदालतों में आरक्षण की ठीक तरह से पैरवी न करके समाप्त करा रही है। समाजवादी पार्टी के युवा नेता ने योगी सरकार पर दलित और पिछड़ों का विरोधी होने का आरोप लगाते हुये कहा कि प्रदेश में पिछड़ा वर्ग आयोग समेत पिछड़ों और दलितों की आवाज सुनने वाले आयोगों को गठित ही नहीं किया गया है।