नयी दिल्ली , देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है और इसके संक्रमितों की संख्या 40 हजार को पार कर चुकी है लेकिन राहत भरी बात यह है कि पीड़ितों के स्वस्थ होने की दर में निरंतर इजाफा जारी है और रविवार को यह बढ़कर 27 फीसदी से अधिक हो गयी।
देश में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर गुरुवार को करीब 24.91 फीसदी थी जबकि बुधवार को यह 24.52 प्रतिशत थी। यह दर वैश्विक महामारी से जूझ रहे विश्व के कई देशों की तुलना में काफी बेहतर है।
राहत की एक और बात यह है कि संक्रमितों में मृत्यु दर 3.2 फीसदी है जो पहले की तुलना में बेहद मामूली वद्धि मानी जा सकती है। पहले संक्रमितों की मृत्यु दर 3.1 प्रतिशत था। रविवार को मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 27 फीसदी से अधिक हो गयी जबकि रोगियों की मृत्यु दर दशमलव एक वृद्धि के साथ 3.2 प्रतिशत हो गयी।
देश में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही हैं और शनिवार शाम से रविवार तक रिकॉर्ड 2487 नये मामले सामने आने के साथ ही देश में संक्रमितों की संख्या 40 हजार के पार पहुंच गयी तथा इसके कारण 83 और लोगों की मौत होने से मृतकों की तादाद 1306 हो गयी है।
देश के 32 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के अब तक कुल 40263 मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें 111 विदेशी मरीज शामिल हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने के मामलों में भी लगातार वृद्धि हो रही है और पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमित 869 लोगों के स्वस्थ होने के साथ ऐसे लोगों की संख्या 10887 पहुंच चुकी है। देश में वर्तमान में 28070 सक्रिय मामले हैं।
इसबीच स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने कहा कि देश में अब तक 10 लाख से अधिक कोरोना की जांच की जा चुकी है। अभी प्रतिदिन 74 हजार जांच किये जा रहे हैं।
उधर, केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि पूर्णबंदी में एक राज्य से दूसरे राज्य में लोगों के बसों और ट्रेनों से आवागमन के लिए दी गयी छूट केवल फंसे हुए लोगों के लिए है और सामान्य रूप से अपने गृह राज्य जाने के लिए लोग इसका फायदा नहीं उठा सकते।
केन्द्रीय गृह सचिव ने आज सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कहा है कि पूर्णबंदी के मद्देनजर बस और रेल के माध्यम से लोगों के एक राज्य से दूसरे राज्य में आवागमन की अनुमति केवल दूसरे राज्यों में फंसे लोगों के लिए है। दूसरे राज्य में काम करने जाने के बाद वहां अस्थायी रूप से रह रहे लोग अपने राज्य में सामान्य रूप से आने के लिए इस सुविधा का लाभ नहीं उठा सकते।
गृह सचिव ने स्पष्ट किया है कि यह सुविधा केवल फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों , छात्रों और अन्य अटके हुए लोगों के लिए की गयी है। सामान्य तौर पर अपने गृह राज्य आने वाले लोग इसका फायदा नहीं उठा सकते।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्णबंदी से संबंधित दिशा निर्देशों में ढील देते हुए 29 अप्रैल और एक मई को जारी आदेशों में कहा था कि फंसे हुए लोगों को वापस लाने के लिए विशेष बसें और ट्रेन चलायी जायेंगी।