बनारस मे मृतकों की संख्या पर समाजवादी पार्टी ने उठाया सवाल
May 17, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि बनारस की हृदय विदारक घटना में जहां एक ओर मुख्यमंत्री 15 मृत्यु की पुष्टि कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर सेतु निगम के एम.डी राजन मित्तल ने मृतकों का आंकड़ा 18 बजाया है। यह कैसी विडम्बना है कि शासन-प्रशासन में कोई तालमेल नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सरकार में साहस है तो पूरी दुर्घटना की निष्पक्ष और ईमानदारी से जांच हो।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मृतकों के परिवार को 50-50 लाख की मदद किये जाने की मांग को भी भाजपा सरकार ने नहीं माना। भाजपा सरकार को यह जान लेना चाहिए कि जल्दीबाजी में कार्यों की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं रखा जा सकता है।
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समय के कामों की जांच कराने की बात बेबुनियाद है। भाजपा सरकार विकास का कोई कार्य नहीं करती बल्कि समाजवादी सरकार में किये गये विकास कार्यों को ही बदनाम करती रहती है। भाजपा को अखिलेश यादव के विकास कार्यों से प्रेरणा लेकर जनहित के कार्य करना चाहिए।
अखिलेश यादव जी के मुख्यमंत्रित्वकाल में बने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे की प्रशंसा पूरा देश करता है। भारत में सबसे बड़ा और विश्वस्तरीय एक्सप्रेस-वे यही है। भाजपा के शासन काल में इस प्रकार के विकास कार्यों के विषय में सोचा भी नहीं जा सकता। आगरा एक्सप्रेस-वे पर जहां लड़ाकू विमान उतर सकते हैं वहीं किसानों की तरक्की के लिये कृषि उत्पाद को बाजार के लिये कृषि मण्डियों की व्यवस्था का भी प्रावधान है।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विकास कार्यों से लोगों का जीवन बदला है। उनकी सरकार के कामों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा गया था। कन्या विद्याधन, लैपटाॅप वितरण, किसानों की कर्जमाफी, मुफ्त सिंचाई, आदि की सुविधाएं मुहैया कराए जाने से लोगों का जीवन बेहतर बना। गरीब महिलाओं के लिए समाजवादी पेंशन योजना चलाई गई थी। अपराध नियंत्रण के लिए 100 नं0 यूपी डायल सेवा शुरू हुई थी।
भाजपा ने सत्ता में आते ही बदले की भावना से अखिलेश यादव के अच्छे कामों से मुंह चुराना शुरू कर दिया है। अखिलेश यादव ने कर्नाटक में हुए घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि भाजपा का आचरण ही अलोकतांत्रिक है, कर्नाटक में जिस तरह लोकतंत्र की हत्या की गई है उसकी जितनी भर्त्सना की जाये कम है। उन्होंने कहा है कि ऐसी तमाम घटनाओं से स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों पर कुठाराघात होता है।