पिथौरागढ़, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की 23 वर्षीय युवती शीतल राज ने विश्व की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह कर लिया। पिछले साल अपने पहले अभियान में कंचनजंघा पर्वत को फतह करने वाली शीतल की यह दूसरी बड़ी उपलब्धि है।
स्वयं भी एवरेस्ट पर चढ़ाई कर चुके शीतल के कोच योगेश गर्ब्याल ने नेपाल में आधार शिविर पर मौजूद सूत्रों के हवाले से बताया कि वह आज सुबह छह बजे एवरेस्ट की चोटी पर पहुंच गयीं।
शीतल पांच सदस्यीय अभियान दल ‘क्लाइमबिंग बीयोंड द समिट: एवरेस्ट एक्सपेडिशन 2019’ का हिस्सा थीं।
शीतल ने पर्वतारोही के रूप में अपनी पारी पिछले साल शुरू की थी जब वह 21 मई को 22 वर्ष की उम्र में 8586 मीटर ऊंची कंचनजंघा की चोटी पर पहुंची थीं। गर्ब्याल ने बताया कि शीतल ने एवरेस्ट चढ़ाई के अभियान की शुरूआत पिछले माह की थी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी शीतल को इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि अर्जित करने के लिए बधाई दी है और कहा है कि उन्होंने प्रदेश का नाम गर्व से ऊंचा किया है।
स्वयं भी एवरेस्ट पर चढ़ाई कर चुके शीतल के कोच योगेश गर्ब्याल ने नेपाल में आधार शिविर पर मौजूद सूत्रों के हवाले से बताया कि वह आज सुबह छह बजे एवरेस्ट की चोटी पर पहुंच गयीं।
शीतल ने पर्वतारोही के रूप में अपनी पारी पिछले साल शुरू की थी जब वह 21 मई को 22 वर्ष की उम्र में 8586 मीटर ऊंची कंचनजंघा की चोटी पर पहुंची थीं। गर्ब्याल ने बताया कि शीतल ने एवरेस्ट चढ़ाई के अभियान की शुरूआत पिछले माह की थी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी शीतल को इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि अर्जित करने के लिए बधाई दी है और कहा है कि उन्होंने प्रदेश का नाम गर्व से ऊंचा किया है।