लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने वन महोत्सव को अवसर पर गंगा व यमुना की 40 से अधिक सहायक नदियों के तटों के दोनों ओर लगभग 21 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में 1.5 करोड़ से अधिक पौधे रोपे जाने की योजना तैयार की है।
मुख्य वन संरक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि प्रदेश की नदियों को पुनर्जीवित करने, इन नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाकर प्रवाह अविरल व निर्मल बनाने, मृदा संरक्षण, नदियों के जलागम क्षेत्र (कैचमेन्ट एरिया) में वृक्षावरण सृजित एवं कृषि फसल के साथ वृक्ष, चारा प्रजातियाँ व फल प्रजातियाँ तथा छाया में उगने वाली हल्दी, लहसुन व प्याज जैसी कृषि फसलों को उगाकर कृषकों की आर्थिक स्थिति उन्नत करने के लिये जुलाई के प्रथम सप्ताह में संचालित ‘मिशन वृक्षारोपण 2020‘ के तहत गंगा व उनकी सहायक नदियों के तटों पर वृक्षारोपण कर क्षेत्र को हरा-भरा किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गंगा व यमुना की 40 से अधिक सहायक नदियों के तटों के दोनों ओर लगभग 21 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में 1.5 करोड़ से अधिक पौधे रोपित किया जाना प्रस्तावित है। प्रदेश में गंगा के किनारे अवस्थित 27 जिलों में दोनों तटों से दस किलोमीटर के अन्दर 612 स्थलों पर 6081.09 हेक्टेयर में 67 लाख से अधिक पौधे रोपण कार्य किया जायेगा।
गोमती नदी के तट पर 2007067 पौधे, सरयू नदी के तट पर 440000 पौधे, यमुना नदी के तट पर 837850 पौधे, वरूणा नदी के किनारे 444800 पौधे, घाघरा नदी के तट पर 631050 पौधे, तमसा नदीके तट पर 563625 पौधे, शारदा नदीके किनारे 1000850 पौधे, बेतवा नदी के किनारे 260200 पौधे, राप्ती नदी के दोनों तटों पर 1995583 पौधे, हिण्डन नदी के तट पर 400000 पौधे, आमी नदी के दोनों किनारों पर 570600 पौधे, अरिद नदीके तट पर 160140 पौधे, बादशाही बाग के तट पर 64000 पौधे तथा बागिनके दोनों तटों पर 95650 पौधे रोपित किया जाना प्रस्तावित है। इसी प्रकार बकुलाही नदी के तट पर40500 पौधे, बारार नदी के तट पर 5500 पौधे, बारकलां नदी के दोनों किनारों पर 101500 पौधे, बिसुही नदीके तट पर 328300 पौधे, बेसो नदी के तट पर 33000 पौधे तथा भईशाही नदी के दोनों ओर 24100 पौधे रोपित करने की योजना है।
मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि इसके अलावा बिजुल नदी के तट पर 63700 पौधे, बुधावन नदी के तट पर 189025 पौधे, चम्बल नदी के तट पर 7700 पौधे, चपडी नदी के तट पर 32000 पौधे, धसन नदी के तट पर 12500 पौधे, ढेला नदी के तट पर 16500 पौधे, ईसन नदी के तट पर 20000 पौधे, फिका नदी के तट पर 11000 पौधे, गगन नदी के दोनों किनारों पर 14300 पौधे, गंगी नदी के तट पर 77300 पौधे, गेजरा नदी के तट पर 37500 पौधे, जमनी नदी के तट पर 20625 पौधे, काली नदी के दोनों तटों पर 110350 पौधे, कल्याणी नदी के तट पर 221550 पौधे, कलुवाला दोनों किनारों पर 48000 पौधे, कन्हरके तट पर 77350 पौधे, करूणावती नदी के तट पर 34616 पौधे, करोन्डीनदी के तट पर 84000 पौधे, कथीनिया के तट पर 63800 पौधे, केन नदी के तट पर 185500 पौधे तथा अन्य नदियोंके तटों पर 4144242 पौधे रोपित किया जाना प्रस्तावित है।