अयोध्या, उत्तर प्रदेश में अयोध्या स्थित श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये बने श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते से जालसाजी कर छह लाख रुपये निकाले जाने से हड़कंप मचा है।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि राजधानी लखनऊ के दो बैंकों से चेक क्लोनिंग के जरिये श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते से यह फर्जीवाड़ा हुआ है। जालसाज ने तीसरी बार रकम निकालने की कोशिश की तो श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय को फोन द्वारा सूचना दी गयी। ट्रस्ट के खाते से रुपया निकाले जाने को लेकर अब हड़कम्प मचा हुआ है, जिसको लेकर कोतवाली अयोध्या में अज्ञात जालसाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि करीब छह लाख की धनराशि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते से निकाली गयी है। एक सितम्बर को लखनऊ के एक बैंक से ढाई लाख रुपये निकाले गये। उसके दो दिन बाद साढ़े तीन लाख रुपये निकाले गये। तीसरी बार जब नौ लाख छियासी हजार का तीसरा चेक लखनऊ के ही बैंक ऑफ बड़ौदा में लगाया गया तो वेरीफिकेशन के लिये ट्रस्ट को लखनऊ से कॉल किया गया, जिसके बाद ट्रस्ट ने इस तरह के किसी भी भुगतान से इन्कार कर दिया।
ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने जब खाता चेक किया तो छह लाख रुपये निकाले जाने की जानकारी मिली। इसके बाद रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने इस मामले की जानकारी अयोध्या पुलिस को देते हुए मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस इसकी जांच तेजी से कर रही है। उन्होंने कहा कि जालसाजों तक शीघ्र ही पहुंचकर कार्रवाई की जायेगी।
क्लोन चेक के जरिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते से जालसाजी कर छह लाख रुपये निकाले जाने के बाद ट्रस्ट सतर्क हो गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पेमेंट करने के तरीके में बदलाव करने का निर्णय लिया है। ट्रस्ट अब चेक के जरिए कोई भुगतान नहीं करेगा।अधिकांश भुगतान आरटीजीएस के जरिए होगा। ट्रस्ट ने भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक को पत्र लिखकर ट्रस्ट के खाते से क्लोन चेक के जरिए किए गए भुगतान को वापस मांगा है।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अब भुगतान के लिए आरटीजीएस प्रणाली का प्रयोग किया जाएगा। खाते की सुरक्षा के लिए बैंक से लगातार बात हो रही है। उन्होंने कहा कि बैंकों की यह बड़ी चूक है कि क्लोन चेक को क्यों नहीं पकड़ा।