नई दिल्ली ,बैंकों से धोखाधड़ी कर विदेश भागे नागरिकों पर शिंकजा कसने में लगी सरकार को एक कामयाबी हाथ लगी है। सीबीआई की टीम ने 9 साल पहले कुछ बैंकों के साथ घोटाला कर बहरीन भागे शख्स मोहम्मद याह्या को पकड़ लिया है और उसे भारत वापस भी ले आई है। 47 साल का याह्या 2003 में बेंगलुरु के कुछ बैंकों संग करीब 46 लाख रुपये का घोटाला कर बाद में विदेश भाग गया था।
उसको इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर पकड़ा गया। ये नोटिस भारत की ने जारी करवाया था। गिरफ्तारी के बाद सरकार ने बहरीन में उच्च स्तर पर बातचीत कर याहया को भारत लाया गया। सरकार के आर्थिक अपराधियों को पकड़ने के बड़े कदम उठाने के बाद ये पहली ऐसी गिरफ्तारी है। सरकार ने इसके भगोड़ा आर्थिक अपराध कानून भी बनाया है।
याहया दूसरे भगोड़े जैसे विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और जतिन मेहता जितना बड़ा अपराधी नहीं है। ये भगोड़ा आर्थिक अपराध कानून के तहत भी नहीं आता है। याहया बंगलौर का रहने वाला है। उसने 2003 में बैंकों को 46 लाख रुपए का चूना लगाया था। CBI ने उसकी जांच 2009 में शुरू की उसके बाद वो भाग गया।
हाल ही में सरकार ने 28 भगोड़े आर्थिक अपराधियों की लिस्ट जारी की थी। इसमें 6 महिलाएं भी थी। जांच एजेंसियां अभी विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए जुटी हैं। विदेशों में नीरव मोदी की प्रॉपर्टी को भी जब्त किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक याहया जैसे कई अपराधी 50 लाख से 20 करोड़ तक के छोटा अपराध कर भाग जाते हैं। बड़े घोटालों के कारण इनके केस पर फोकस नहीं होता है।