लखनऊ, उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य रही प्रियंवदा सिंह तोमर ने बुधवार को सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को भेजे इस्तीफे में उन्होने आरोप लगाया कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है और महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाओं में कोई कमी नहीं आयी है। इसके साथ ही अन्नदाता किसानो के प्रति भी भाजपा का रवैया संवेदनहीन है।
प्रियंवदा ने कहा कि भाजपा सरकार कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानो के प्रति संवेदनहीनता का रवैया अख्तियार किये हुये है। किसान पिछले 131 दिनो से आंदोलनरत है। इस दौरान 500 से ज्यादा किसानो की मौत हो चुकी है। चूंकि वह खुद भी किसान परिवार से ताल्लुक रखती है,लिहाजा सरकार के रवैये से बहुत नाखुश है।
उन्होने कहा कि प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं में इजाफा हो रहा है। महिला आयोग की सदस्य होने के बावजूद वह महिलाओं को न्याय दिलाने में असमर्थ हैं। भाजपा के भीतर भी महिलाओं की उपेक्षा की जाती है। राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
तोमर ने कहा “ मैं क्षुब्ध होकर पार्टी की सदस्यता और सभी पदों से त्यागपत्र दे रही हूं। इसी के साथ नैतिकता के आधार पर राज्य महिला आयोग के सदस्य पद से भी इस्तीफा देती हूं।”