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उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस को लेकर किया ये दावा

लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित एक्टिव मामलों में 44 प्रतिशत से अधिक की कमी आयी है।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को यहां बताया कि कोविड-19 संक्रमण के केसों में पिछले 26 दिनों से लगातार कमी आ रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में एक्टिव मामलों में 44 प्रतिशत से अधिक की कमी आयी है। गत 17 सितम्बर को 68,000 से अधिक एक्टिव इन्फेक्शन के मामले थे जिसमें से मौजूदा समस में 30,000 से ज्यादा की कमी आयी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत अब बढ़कर 89.92 प्रतिशत है। प्रदेश में 38,038 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 3033 नये मामले आये हैं जबकि 3,662 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किये गये हैं। अब तक कुल 3,97,570 लोग पूर्णतया उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये है।

श्री प्रसाद ने बताया कि राज्य में सोमवार को एक दिन में कुल 1,51,367 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,21,92,619 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में होम आइसोलेशन में 17,162 लोग हैं। अब तक कुल 2,43,951 लोग होम आइसोलेशन की सुविधा प्राप्त की है। अब तक 2,26,789 लोगों ने अपने होम आइसोलेशन की अवधि पूर्ण कर ली है।

श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,38,720 क्षेत्रों में 4,16,013 टीम दिवस के माध्यम से 2,69,22,819 घरों के 13,29,36,369 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि कल 05-05 के 3972 पूल लगाये गये जिनमें 316 में पाॅजीटिविटी पायी गयी, जबकि 10-10 के 732 पूल लगाये गये जिनमें 31 में पाॅजीटिविटी पायी गयी। उन्होंने कहा कि संक्रमण से बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का विशेष ध्यान रखें।

उन्होंने बताया कि जब तक कोविड-19 की निश्चित दवा या वैक्सीन नहीं आती तब तक संक्रमण से बचाव ही सबसे अच्छा उपचार है। उन्होंने कहा कि सावधानी बरत कर हम खुद बच सकते हैं और दूसरों को इस संक्रमण से बचा भी सकते हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है। ई-संजीवनी के माध्यम से 2,216 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। अब तक कुल 1,35,027 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सकीय परामर्श लिया।

श्री प्रसाद ने बताया कि संक्रमण की संख्या में कमी आयी है एवं संक्रमण से मृत्यु में भारी कमी आयी है। संक्रमण समाप्त नहीं है। ऐसे में सतर्क रहना, सावधान रहना बहुत जरूरी है। ऐसा देखा जा रहा है कि यूरोपीय देशों समेत भारत में भी कुछ प्रान्तों में संक्रमण घटने के बाद पुनः बढ़ रहा है। संक्रमण की ‘सेकेण्ड वेव’ की स्थिति हमारे प्रदेश में न आए इसके लिए हमें सावधान रहना होगा और संक्रमण से बचाव की सभी सावधानियों को अपनाते हुए स्वयं को तथा अन्य लोगों को भी बचाना है। जिससे प्रदेश में संक्रमण के गिरते स्तर को और नीचे ले जाया जा सके, ताकि प्रदेश में संक्रमण नगण्य हो जाय।