कानपुर, उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर में क्षेत्राधिकारी समेत पुलिस के आठ जवानो की हत्या के आरोपी विकास दुबे का सुराग दुस्साहसिक वारदात के दो दिन बाद भी नहीं लग सका है। जबकि सीएम योगी ने विकास दुबे को जिंदा या मुर्दा पकड़ने तक सभी उच्च अधिकारियों को कानपुर मे ही कैंप करने का आदेश दिया है।
अधिकृत सूत्रों ने बताया कि पुलिस की अलग अलग 50 से अधिक टीमे हिस्ट्रीशीटर की तलाश में राज्य का चप्पा चप्पा छान रही है वहीं दूसरी ओर पुलिस की मुखबिरी करने वालों की पहचान की कवायद भी चरम पर है। इस सिलसिले में चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी को निलंबित करने के साथ ही एसटीएफ कड़ी पूछताछ कर रही है।
उन्होने बताया कि कृष्णा मोहन राय को चौबेपुर का थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है। विनय तिवारी को विकास दुबे के घर पर दबिश में शिथिलता बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। पुलिस महानिरीक्षक,कानपुर,मोहित अग्रवाल ने बताया कि विनय तिवारी को पुलिस की छापेमारी के बारे में गैंगस्टर को पकडऩे के स्थान पर सूचना देने के संदेह पर निलंबित कर दिया गया है जरूरत पड़ी तो उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यदि किसी की भी इस मामले में संलिप्तता पाई गई तो उसकी तत्काल ही बर्खास्तगी के साथ ही गिरफ्तारी भी होगी। इस मामले में संदिग्ध भूमिका मिलने पर विनय तिवारी के खिलाफ भी केस दर्ज होगा।
उधर विकास दुबे और उसके गुर्गो की तलाश कानपुर के अलावा कई अन्य जिलों में भी सरगर्मी से की जा रही है। कानपुर में पुलिस ने 500 से अधिक मोबाइल नंबर को ट्रेस करने के लिए सर्विलांस पर लगा दिया है। पुलिस अधिकारियों को भरोसा है कि अपराधी जल्द ही पुलिस के शिकंजे में होंगे।