आज पहली बार फुलपैंट में पथ संचलन करेंगे आरएसएस के स्वयंसेवक
October 10, 2016
वाराणसी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्थापना दिवस विजयादशमी पर आज पहली बार स्वयंसेवक परिवर्तित गणवेश फुलपैंट में पथ संचालन करेंगे। पथ संचालन में नये गणवेश को लेकर स्वयं सेवकों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
पथ संचलन काशी उत्तर भाग की अगुवाई में टाउन हाल मैदान से सुबह 8.30 बजे शुरू होगा। संघ के काशी उत्तर भाग के जिला प्रचारक ओमप्रकाश ने बताया कि पथ संचलन में सभी स्वयंसेवको को परिवर्तित गणवेश फुलपैंट भूरे रंग में आना अनिवार्य है। पथ संचलन टाउनहाल बुलानाला चौक होते हुए वापस टाउनहाल आकर समाप्त होगा। इसके पूर्व टाउनहाल में विजयादशमी और संघ स्थापना की जानकारी देने के बाद संचलन प्रारम्भ होगा।
उन्होंने बताया कि आरएसएस की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन ही नागपुर में की गई थी। बता दें, वर्ष 1925 में विजयादशमी के दिन डॉ॰ केशव हेडगेवार द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की गयी थी। स्थापना के बाद संघ में संगठनात्मक रूप से सबसे ऊपर सरसंघचालक का स्थान होता है जो पूरे संघ का दिशा-निर्देशन करते हैं। सरसंघचालक की नियुक्ति मनोनयन द्वारा होती है। प्रत्येक सरसंघचालक अपने उत्तराधिकारी की घोषणा करता है। संघ के वर्तमान सरसंघचालक डा. मोहन मधुकर भागवत हैं। संघ के ज्यादातर कार्यों का निष्पादन शाखा के माध्यम से ही होता है।