नयी दिल्ली, पूर्वोत्तर भारत की कला, संस्कृति और परंपराओं से रूबरू कराता पूर्वोत्तर महोत्सव शुक्रवार को यहां से मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ शुरू हुआ।
यह महोत्सव तीन दिनों तक चलेगा। पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्यों के सार को प्रदर्शित करने और 200 से अधिक समुदायों को एकजुट करने वाले इस महोत्सव के शुभारंभ के मौके पर केंद्रीय कपड़ा, विदेश राज्य मंत्री पाबित्र मार्गेरिटा, इस समारोह के मुख्य आयोजक श्यामकनु महंत, अरुणाचल प्रदेश के पर्यटन मंत्री पासांग दोरजी सोना, नागालैंड के पर्यटन मंत्री तेमजेन इम्ना अनोंग, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के सचिव अरुणीश चावला सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
इस मौके पर पर्यटन सचिव एवं असम पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक (आईआरएस) पद्मपाणि बरा ने कहा, “असम का बुनियादी ढांचा और कनेक्टिविटी नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है, जिससे यह यात्रियों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बन गया है। राज्य विरासत और प्राकृतिक सुंदरता से लेकर आकर्षक नाइटलाइफ़ और खरीदारी के अनुभवों तक सब कुछ प्रदान करता है। इस महीने के अंत में काजीरंगा में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मार्ट के साथ, हमारा लक्ष्य पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक संपदा और पर्यटन क्षमता को और अधिक उजागर करना है।”
इस समारोह में फ़ूड ज़ोन एक मुख्य आकर्षण का केंद्र है, जिसमें 60 से अधिक स्टॉल पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के स्वादिष्ठ ब्यंजनों को पेश कर रहे हैं। समारोह में आने वाले आगंतुकों ने नागालैंड से स्मोक्ड पोर्क, मिजोरम से बांस शूट करी, असमिया पीठा और खासी-शैली पोर्क पसलियों जैसे व्यंजनों का आनंद लिया। इस बार इस समारोह में एक अनूठा स्पर्श जोड़ते हुए, दिल्ली के स्टालों ने भी भाग लिया है और एक समावेशी पाक अनुभव प्रदान करने के लिए पूर्वोत्तर व्यंजनों के साथ स्थानीय स्वादों का मिश्रण किया है।
इस बार इस समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में मैबी नृत्य, पुंग चोलोम, करताल चोलोम, लीमा जगोई, रास लीला, सत्त्रिया और बांस नृत्य सहित पारंपरिक नृत्यों के मिश्रण से दर्शक मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। समारोह में शामिल व्यापारियों और आगंतुकों का उत्साह को बढ़ाते हुए असम के गायक जुबीन गर्ग ने एक शानदार प्रस्तुति दी। वहीं, आर्यन कटोच, जैक ऑफ स्पेड’जेड, रॉकी ग्लॉक, शेल्डॉन, रिंग डांग्शा, जस्ट कोरस और डीजे लोकी के अन्य प्रदर्शनों ने दर्शकों के मन को मोह लिया।
इस बार के समारोह में फैशन शो में पूर्वोत्तर के 16 प्रतिभाशाली डिजाइनरों के संग्रह देखने को मिल रहे हैं। नागालैंड के कारीगर योहो ने इस मौके पर कहा,“पिछले कुछ वर्षों में मैंने देखा है कि कैसे यह महोत्सव मेरे जैसे कारीगरों के लिए एक मंच बन गया है। मेरे ऊनी हस्तनिर्मित उत्पाद, जो लोगों को गर्म रखने और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, यहां सर्दियों के मौसम के अनुरूप हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म हमारे लिए वरदान है, जो एक्सपोज़र और स्थिर मांग प्रदान करता है।”
महोत्सव के विकास के बारे में बताते हुए श्री महंत ने कहा,“पूर्वोत्तर महोत्सव क्षेत्र की जीवंत भावना का उत्सव है, जो संस्कृति, रचनात्मकता और वाणिज्य को एक छत के नीचे लाता है। भावपूर्ण प्रदर्शन से लेकर सार्थक सहयोग तक, यह मंच विविध परंपराओं को एकजुट करता है और उन अवसरों का मार्ग प्रशस्त करता है जिससे पूरे क्षेत्र को लाभ होता है। इस वर्ष हमारा उद्देश्य कनेक्शन को प्रेरित करना, अवसर पैदा करना और पूर्वोत्तर के सार को अधिक ऊंचाइयों तक ले जाना है।”
महोत्सव में सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किये गये हैं। यहां सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस, द्रुत कार्य बल (आरएएफ) की टीमें संभाल रही है। साथ ही कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 80 निजी बाउंसरों को तैनात किया गया है। आगंतुकों का स्वागत करने के लिए समारोह में काफी संख्या में स्वयंसेवक तैनात हैं, जो लोगों को समारोह के बारे में जानकारी मुहैया करा रहे हैं।