बैंकों की रिपोर्ट से मिली जानकारी, संदिग्ध लेनदेन में हुई 10 गुना वृद्धि
January 5, 2017
नई दिल्ली, नोटबंदी के बाद संदिग्ध लेन-देन में 10 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है जिसके बाद आयकर और प्रवर्तन अधिकारियों को काफी दवाब का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा एजेंसियों द्वारा कालेधन पर कड़ी कार्रवाई को देखते हुए बैंक भी संदिग्ध लेनदेन को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहते।
खबर के मुताबिक एक निजी बैंक एक महीने 275-300 लेनदेन का इस्तेमाल करता है। लेकिन नवंबर और दिसंबर के दौरान वित्तीय खुफिया इकाई में लगभग 3,000 संदिग्ध लेनदेन की वृद्धि देखी गई है। प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग बारीकी से 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को लेन-देन को लेकर विशेष रूप से निजी बैंकों पर नजर बनाए हुए हैं। इसी के तहत अवैध रूप से काले धन को परिवर्तित करने में मदद करने के आरोपों को लेकर बैंकों के पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने बड़े लेन-देन को लेकर 10 बैंकों की 50 शाखाओं पर दौरा कर कार्रवाई की है। इसके अलावा टैक्स एजेंसियों ने बैंकों की 547 शाखाओं को चिन्हित कर जांच शुरू कर दी है जिनकी दैनिक कारोबार की तुलना में अधिक असामान्य गतिविधि देखी गई है।