अयोध्या, जिन लोगों ने कई वर्ष पूर्व अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन किए होंगे वो जब नव्य दिव्य मंदिर में भगवान के नए विग्रह के दर्शन करने को आएंगे तो नव्य अयोध्या को देखकर विस्मित हो जाएंगे। सुंदर प्रवेश द्वार, रोड पर चमचमाते सूर्य स्तंभ, म्यूरल पेंटिंग, साफ सुथरी और चौड़ी सड़कें, स्वच्छ और निर्मल सरयू, सुंदर तट, राम की पैड़ी की अलौकिक आभा, एक ही पैटर्न पर बनाई गई दुकानें नई अयोध्या के दर्शन कराएगी।
योगी सरकार ने विगत कुछ वर्षों में अयोध्या का कायाकल्प कर दिया है। हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं को यहां धरातल पर उतारा गया है, जिसके बाद यह नगरी श्रद्धालुओं के स्वागत को तैयार है। अयोध्या नगरी में घुसते ही साफ़ सुथरी पक्की सड़क श्रद्धालुओं का स्वागत कर रही है। सड़क के बीच में लगे सूर्य स्तंभ, रात के अंधेरे में रामनगरी की सुंदरता को दुगुना बढ़ा रहे हैं। प्रवेश द्वार देखकर ही इस बात का एहसास हो जाता है की आप किसी दिव्य नगरी में प्रवेश कर रहे हैं। पूरे रास्ते आपको दीवारों पर भगवान राम से जुड़ी अदभुत वॉल पेंटिंग देखने को मिलेगी जो आपको श्रद्धा से सराबोर कर देगी।
मुख्यमंत्री योगी ने सत्ता में आने के बाद सरयू नदी और यहां के घाटों का कायाकल्प कर दिया है। करोड़ों रुपए खर्च कर योगी सरकार ने यहां नदी की स्वच्छता के साथ ही साफ सुथरे घाटों का निर्माण करवाया है। ऐसी व्यवस्था की जा रही है की 12 महीने सरयू का जल घाटों पर बना रहे। इसके लिए एक्सपर्ट की टीम लगी हुई है। नदी की स्वच्छता और निर्मलता इतनी है कि किसी भी घाट पर स्नान किया जा सकता है। प्रतिदिन होने वाली सरयू आरती ने घाटों की पवित्रता को भी सुनिश्चित करने का काम किया है। अब सरकार इस पर क्रूज और बोट भी चलाने जा रही है जो श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी अलौकिक बना देगा।
सरयू घाट से राम लला के मंदिर जाने वाले चौराहे में बड़ी सी वीणा लगी हुई है। इसे लता मंगेशकर चौक या वीणा चौक भी कहा जाता है। अयोध्या के विकास के क्रम में डबल इंजन की सरकार ने इसकी स्थापना की है। आजकल ये चौक अयोध्या का केंद्र बिंदु बना हुआ है। यहां शासन और प्रशासन के अधिकारियों के साथ साथ नेशनल और इंटरनेशनल मीडिया का भारी जमावड़ा है। जाहिर है जहां मीडिया है, वहां लोगों की भीड़ होगी ही। सैंकड़ों यूट्यूबर, रील्स मेकर यहां अपने कैमरों के साथ शूट करते दिख जाएंगे। विशिष्ट अतिथियों के साथ ही आम लोग भी यहां वीणा के साथ सेल्फी लेने के लिए आतुर दिखाई देंगे। इसके अलावा इस समय यहां विभिन्न तरह की गतिविधियां संचालित हो रही हैं। जैसे ललित कला विभाग के छात्र यहां से लेकर राम मंदिर तक सड़क पर रंगोली बना रहे। चौराहे के आस पास चाय-नाश्ते की दुकानो के कारण यहां भारी चहल पहल है।
राम की पैड़ी की सुंदरता लोगों को आकर्षित कर रही है। राम की पैड़ी पुरातन अयोध्या के साथ ही नव्य अयोध्या के वैभव का भी सबसे अहम पड़ाव है। यह श्रद्धा का केंद्र तो है ही, साथ ही नदी किनारे सुकून से परिवार संग सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते हुए वक्त बिताने का मनोरम स्पॉट भी है। यहां आर्टिफिशियल चैनल के जरिए सरयू नदी का पानी लाया गया है तथा यह हेरिटेज सिटी के तौर पर अयोध्या के खोए वैभव को साकार करने की दिशा में सकारात्मक माध्यम बनकर उभरी है। यूपी सरकार ने 105.65 करोड़ रुपए के विभिन्न जीर्णोद्धार और विकास कार्यों को पूरा कर नव्य आभा और भव्य स्वरूप से राम की पैड़ी को सुशोभित किया है। राम की पैड़ी सरयू नदी के किनारे स्थित घाटों की एक श्रृंखला है। यहां को लेकर ऐसी पौराणिक मान्यता है कि श्रीराम इसी पैड़ी से होकर सरयू में स्नान करने जाते थे। इन दिनों यहां विभिन्न चैनलों के स्टेज बने हुए हैं, जहां कई तरह के कार्यक्रम, लोगों के साक्षात्कार, साधु संतों से चर्चा की जा रही है। इन्हें देखते हुए यहां काफी भीड़ भी जुट रही है।
हनुमानगढ़ी मंदिर के रास्ते में घुसने से पक्की सड़क, दोनों तरफ भगवा रंग में पुती हुई एक ही तरह की दुकान, यह सिलसिला श्री राम मंदिर तक बना रहता है। पूरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। लगातार झाड़ू लग रही है। साफ सफाई का पूर्णतः ध्यान दिया जा रहा है। सफाई कर्मियों को 8-8 घंटों की तीन शिफ्ट में बांटा गया है। देर रात तक सफाई कर्मी अपने काम में लगे हुए हैं। राम मंदिर के रास्ते पर जूते चप्पल और सामान रखने के लिए अलग से फ्री लॉकर है। दूर से श्री रामलला का मंदिर भव्य और दिव्य दिख रहा है। मंदिर के पास भंडारा चल रहा है। तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल से भक्त आ रहे हैं। बड़ी तादाद में सिख भी श्रीरामलला के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। साधु संत भक्ति में लीन हैं। माला जाप हो रहा है। राम जी के गाने बज रहे हैं। नगरी हो अयोध्या सी… गाना पूरी तरह से सही सिद्ध हो रहा है। हर पर्यटक का मन प्रफुल्लित है, रोमांचित है। वो कहते हैं, यहीं बस जाने का मन चाहता है।