मुलायम सिंह ने आज सुबह 11 बजे लोहिया ट्रस्ट में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर यह कयास लगाये जा रहें हैं कि वह नई पार्टी बनाने का ऐलान कर सकते हैं. लेकिन कुछ लोग इस बात से पूरा इत्तिफाक नही रखते उनका कहना है कि अगर अखिलेश यादव से कोई समझौता नहीं हो जाता है तो नई पार्टी बन सकती है.
सूत्रों के अनुसार, मुलायम सिंह की नई पार्टी का नाम अखिल भारतीय समाजवादी पार्टी हो सकता है. वहीं इस बात की भी चर्चा है कि मुलायम सिंह अपने पुराने दल लोकदल मे जा सकतें हैं.
समाजवादी पार्टी के राज्य सम्मेलन में मुलायम सिंह का नहीं पहुंचना और लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से अपने चचेरे भाई रामगोपाल यादव को हटाकर, अपने सगे भाई शिवपाल यादव को सचिव बनाना यह इशारा कर रहा है कि मुलायम सिंह आज प्रेस कॉन्फ्रेंस मे कोई कड़ा फैसला ले सकतें हैं.
यादव परिवार की गुटबाजी में मुलायम सिंह और उनके छोटे भाई शिवपाल यादव एक तरफ और समाजवादी पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और मुलायम सिंह के चचेरे भाई रामगोपाल यादव दूसरी तरफ माने जाते हैं. इस साल 1 जनवरी को लखनऊ में हुई पार्टी के विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन में मुलायम सिंह को अध्यक्ष पद से हटाकर अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया था. इसके लिये मुलायम सिंह रामगोपाल यादव को दोषी मानतें हैं.
सूत्रों के अनुसार, अखिलेश यादव के समाजवादी पार्टी के राज्य सम्मेलन मे दिये इस बयान के बाद कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद उनके साथ बना रहेगा और वह उनके आंदोलन को ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे, संशय की स्थिति बढ़ गई है. अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव पर निशाना साधते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे ‘नकली समाजवादियों’ से सावधान रहें.
कहा यह भी जा रहा है कि इसकी गारंटी नही है, कब मुलायम सिंह का पुत्र मोह जाग जाये और तब शायद वह प्रेस कांफ्रेंस मे ही ना आयें. फिलहाल, मुलायम सिंह यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस होने तक सियासी गलियारों मे, अटकलों का बाजार गर्म है.