नई दिल्ली, भले ही समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिए महागठबंधन बनाने की अपनी जुगत में लगी हो लेकिन आज ऐसा लगा कि कांग्रेस उसका हिस्सा नहीं बनेगी क्योंकि उसने कहा कि इस संबंध में कोई बात आगे नहीं बढ़ रही है और उसकी इसमें शामिल होने की योजना नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, आज की तारीख में, कोई महागठबंधन नहीं है, न तो कोई प्रस्ताव है और न ही कोई संभावना एवं न कोई इरादा। पार्टी की ब्रीफिंग में सवालों के बौछार के बीच उन्होंने कहा कि अटकलों या काल्पनिक प्रश्नों का वह कोई जवाब नहीं दे सकते। उनसे ऐसे गठबंधन की संभावना के बारे में जदयू नेता शरद यादव द्वारा तीन दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद से भेंट करने के आलोक में सवाल किया गया था। यादव ने कल समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष शिवपाल यादव से भी भेंट की थी।
दिलचस्प बात है कि शिवपाल ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए राष्ट्रीय लोकदल एवं कांग्रेस के साथ गठजोड़ का संकेत दिया था। दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के 17 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भेंट कर उनसे आग्रह किया था कि वह विधानसभा चुनाव में धर्मनिरपेक्ष शक्तियों के साथ गठबंधन बनाने पर विचार करें। बसपा किसी गठबंधन के पक्ष में नहीं है।