बदायूं, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पर अपराधी तत्वों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुये केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की मौजूदा योगी आदित्यनाथ सरकार में कानून का सिक्का चलता है और अब राज्य में बाहुबली नहीं बल्कि बजरंगबली दिखायी देते हैं।
सहसवान के इस्लाम नगर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी डीके भारद्वाज के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुये शाह ने कहा ‘‘ बुआ (मायावती)-बबुआ (अखिलेश यादव) की सरकारो में गुंडाराज था। जो जितना बड़ा दंगाई था, उसे उतना बड़ा सपाई समझा जाता था। गरीबों को कोई पूछने वाला नहीं था। 2017 में राज्य की सत्ता में आयी योगी सरकार ने माफिया और अपराधी तत्वों पर नकेल कसी जिसका परिणाम है कि आज माफिया तीन जगह दिखायी देते है। वे या तो जेल में है या प्रदेश से बाहर है और या तो सपा का प्रत्याशी है।
उन्होने कहा “ सपा के जमाने मे बाहुबली और माफिया का बोलबाला था। उनके साथ आज़म खान,अतीक अहमद, इमरान मसूद और मुख्तार अंसारी दिखते थे। अब तीन साल आए , ये नही दिख रहे है क्योंकि इनका ठिकाना बदल गया है अब ये जेल में है। सपा बसपा ने प्रदेश को लूटा जबकि योगी ने भला किया। प्रदेश में अब बाहुबली की जगह बजरंग बली दिखाई देते हैं। मुख्यमंत्री योगी ने अपने कार्यकाल में दो हजार करोड़ रूपये की अवैध संपत्ति माफियाओं से मुक्त करायी। अखिलेश सरकार में विकास के लिये रेड लाइट और अपराधियों के लिये ग्रीन लाइट थी मगर हालात आज इसके उलट है। ”
शाह ने कहा “ अखिलेश ने मेरे सामने संसद में कहा था कि कश्मीर से धारा 370 हटाना खतरनाक फैसला साबित होगा। खून की नदियां बहेंगी मगर मै बताना चाहता हूं खून की नदियां छोड़िये एक कंकड़ तक नहीं फेंका गया।”
उन्होने कहा कि अखिलेश कहते हैं कि यूपी की कानून व्यवस्था सही नहीं है, वे झूठ बोलते है। योगी सरकार में अपराधों में उल्लेखनीय कमी हुयी है। कोई भी आज़ बहन बेटी का सम्मान नही छीन सकता है। गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करना अब दूर की कौड़ी है। पहले सिर्फ खास धर्म और जाति की सुनी जाती थी जबकि अब हर वर्ग की समस्या का निराकरण किया जा रहा है।
गृह मंत्री ने कहा कि गुंडों माफियाओं को 200 फुट जमीन में घुसाना है तो एक बार फिर कमल खिलाना पड़ेगा।मोदी सरकार में सबका काम हुआ है। बिजली, घर, शौचालय बैंक एकाउंट खुलवाने के काम मोदी ने किया। अखिलेश कहते थे कि भाजपा का टीका मत लगवाना। टीका न लिया होता तो तीसरी लहर में हालत खराब होती। कोरोना के कठिन समय में गरीबों को मुफ्त राशन दिया गया। सपा बसपा की सरकार होती तो ये अनाज नेपाल चला जाता।