लखनऊ, उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के साथ राजधानी लखनऊ में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) का उदघाटन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सूबे के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी के अलावा देश के प्रमुख उद्योगपति रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी, टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन,आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला समेत देश के नामचीन उद्योगपतियों के अलावा 16 देशों से आये प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
श्री मोदी करीब 1030 बजे चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचेंगे जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उनका स्वागत करेंगे। प्रधानमंत्री का काफिला सड़क मार्ग से वृंदावन योजना स्थित कार्यक्रम स्थल पहुंचेगा जहां प्रधानमंत्री दीप प्रज्जवलन कर तीन दिवसीय समिट का शुभारंभ करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ट्वीट किया “ आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में समृद्धि के स्वर्णिम अध्याय का शुभारंभ हो रहा है। यूपीजीआईएस-2023 में पधारे सभी निवेशक बंधुओं का सुरक्षा, सुविधा और असीम संभावनाओं से युक्त ‘नए उत्तर प्रदेश’ में हार्दिक स्वागत-अभिनंदन। विकसित भारत के स्वप्नद्रष्टा, ‘नए भारत’ के शिल्पकार आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आस्था व उद्यमिता की पावन धरा उ.प्र. आगमन पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन। आपके विजनरी नेतृत्व में उ.प्र. ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ मंत्र को आत्मसात कर ‘उद्यम प्रदेश’ बन रहा है।उत्तर प्रदेश के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब एक साथ सभी 75 जनपदों में निवेश हो रहा है।”
उन्होने कहा “ यूपीजीआईएस 2023 प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की इकोनॉमी बनाने के साथ ही देश को पांच ट्रिलियन डालर की इकोनॉमी बनाने के संकल्प को पूर्ण करेगा।’नए भारत’ के ‘नए उत्तर प्रदेश’ में आज से प्रारंभ हो रहे तीन दिवसीय यूपीजीआईएस-2023 में निवेशकों, नीति-निर्धारकों, कॉरपोरेट जगत के प्रतिनिधिमंडलों, शिक्षाविदों एवं सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है।”
श्री मोदी अपने संबोधन में भारतीय अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश के योगदान और यहां निवेश की प्रचुर संभावनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बदलते उत्तर प्रदेश और यहां निवेश से होने वाले लाभ से दुनिया को रूबरू करेंगे। समिट को श्री अंबानी, श्री चंद्रशेखरन और श्री बिड़ला भी संबोधित करेंगे।
तीन दिनों तक चलने वाली समिट में कुल 34 सत्र होंगे। पहले दिन 10, दूसरे दिन 13 और आखिरी दिन 11 सत्र आयोजित किए जाएंगे। अधिकांश सत्रों में केंद्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे। समिट में देश के कई नामचीन उद्योगपतियों के अलावा नीदरलैंड,जापान, यूएई, आस्ट्रेलिया,यूके समेत करीब 40 देशो के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
समिट के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने को लेकर विचार विमर्श किया जायेगा। इसके अलावा अलग अलग सत्रों में अन्य केन्द्रीय मंत्रियों की अगुवाई में निवेश और विकास संबधित विषयाें पर चर्चा की जायेगी।
समिट से पहले उत्तर प्रदेश सरकार कई देशों में रोड शो कर निवेश को आमंत्रित कर चुकी है। इसके अलावा देश के कई प्रदेशों में रोड शो किये गये जिसमें मुबंई समेत कुछ अन्य शहरों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निवेशकों से मुलाकात की और उनके सामने बदलते उत्तर प्रदेश की तस्वीर पेश कर निवेश के लिये आमंत्रित किया। उत्तर प्रदेश के लगभग हर जिले में समिट का आयोजन कर निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर किये गये।
सरकार का दावा है कि समिट से पहले ही 22 लाख करोड़ रूपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं। समिट में मेहमानो के ठहरने के लिये बनायी गयी टेंट सिटी में उत्तर प्रदेश की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। यहां टेंटों के नाम प्रयागराज,काशी,अयोध्या और भारद्वाज समेत अन्य धार्मिक स्थलों और ऋषियों के नाम पर रखे गये हैं। समिट के लिए आने वाले मेहमानों की हर सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है,वहीं उनके मनोरंजन के लिए भी प्रबंध किए गए हैं। पूरे समिट के दौरान सिर्फ आयोजन स्थल ही नहीं, बल्कि पूरे लखनऊ में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन किए जा रहे हैं।