नयी दिल्ली, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि विकसित भारत- 2047 की अवधारणा केवल एक लक्ष्य नहीं बल्कि एक पवित्र मिशन है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने मुंबई में आज मुम्बई में नरसी मोनसी प्रबंधन अध्ययन संस्थान (एनएमआईएमएस) के छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह सदी भारत की है। समाज के प्रत्येक नागरिक, प्रत्येक संस्थान और प्रत्येक क्षेत्र को इसमें अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि सरकार के प्रयास के परिणामस्वरूप, व्यापार तंत्र में व्यापक परिवर्तन आया है और भारत को अब निवेश और अवसरों के पसंदीदा गंतव्य के रूप में देखा जा रहा है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि अगले पांच वर्षों में भारत का उत्थान तेजी से होगा।
उपराष्ट्रपति ने युवाओं से भारतीय संस्थाओं और विकास पथ को कलंकित करने वाले नकारात्मक आख्यानों का सक्रिय रूप से मुकाबला करने को कहा ।