समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर चुनावों में सत्ता के दुरूपयोग का लगाया आरोप
November 20, 2017
लखनऊ, समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर नगरों के स्थानीय चुनावों में सत्ता के जमकर दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा हैं कि नगरों के स्थानीय चुनावों में सत्ता का ऐसा दुरूपयोग मतदाताओं ने न कभी देखा और न सुना था। यह नैतिकता और संवैधानिक गरिमा को गिराता है। लोकतंत्र में चुनाव की निष्पक्षता क्या रहेगी जब प्रशासकीय अमले पर मंत्रिमंडल का दबाब होगा ? सरकारी साधनों का खुलेआम दुरूपयोग हो रहा है।
उनहोने कहा कि मंत्री-मुख्यमंत्री अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करने के बजाय चुनाव के लिये वोट के लिये मारे-मारे घूम रहे हैं। सरकारी दफ्तर सूने हंै। अफसर हतप्रभ हैं। जनता त्रस्त है और इधर से उधर भटकने को मजबूर हंै। अगर भाजपा सरकार के मंत्रिगण जनसमस्याओं के प्रति सचमुच संवेदनशील होते तो लोकतांत्रिक व्यवस्था में इतनी कम अवधि में कोई भी निर्वाचित सरकार इस तरह अलोकप्रिय नही होती।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा हैं कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के व्यक्तित्व एवं जनता में उनके प्रति गहरे विश्वास से भाजपाई इतना सहम गए हैं कि अब उनका नेतृत्व नुक्कड़ सभाओं के स्तर पर उतर आया हैं। मंत्रिमण्डल को आरएसएस ने कार्यकर्ता की तरह चुनाव में प्रचारक बना दिया हैं। इलाहाबाद में ही तीन-तीन मंत्री प्रचार में लगे हैं। उप मुख्यमंत्री श्री केशव मौर्य, मंत्री श्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, एवं श्री सिद्धार्थनाथ सिंह अधिकारियों को धमका ने वाली भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रदेशभर में मंत्रियों द्वारा आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन हो रहा है। चुनाव आयोग को इसपर अंकुश लगाना चाहिये।
उन्होने कहा कि भाजपा के पास वही पुराने टोने-टोटके है। कभी जात पांत तो कभी संप्रदायवाद, इन्ही के सहारे मतदाताओं को भ्रमित करने का खेल खेला जाता है। जनता जिन समस्याओं से परेशान है-गरीबी, बेकारी, मंहगाई, सीवर, सफाई, बिजली-पानी से उन पर भाजपा का कोई ध्यान नही है। इनके निराकरण का कोई हल भी नही बताया जाता हैं। भाजपा यह नही बताती कि उसने अपने चुनावी वादे पूरे क्यों नही किए ? उनकी स्मार्ट सिटी कहां बनी है ? भाजपा के मेयर बताएं कि उन्होने अपनी कार्यावधि में नगर निगमों में कितना विकास किया है ?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि स्वच्छ भारत का नारा देने वाली भाजपा सरकार में शहरों में कूड़े के ढेर हैं। धुंध और जहरीली हवा के प्रदूषण से लोगों की सांसे रूक रही हैं। सड़के टूटी फूटी हंै। झुग्गी झोपड़ी वालों का कोई पुर्साहाल नही है। बच्चे दवा के अभाव में मर रहे हैं। लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हंै। जिन निकायोें में भाजपा दशकों तक काबिज रही वहां भी गलियों, मोहल्लों और वार्डो में मूलभूत आवश्यकताओं तक की पूर्ति नही हुई है। भाजपा गरीब और सामान्य वर्ग के हितों के लिए कतई संवेदनशील नही है।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि वस्तुतः भाजपा अकर्मण्य और जनता के विश्वास को तोड़ने वाली पार्टी है जब कि समाजवादी पार्टी विकास का पर्याय है। अखिलेश यादव ने समाजवादी सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में शहरों के सौदर्यीकरण और शिक्षा, चिकित्सा, आवास के क्षेत्र में नई योजनाएं लागू की थी। अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार किया था। महानगरों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की थी।
उन्होने कहा कि प्रदेश के मतदाता जानते हैं भाजपा वादे कर के भूल जाती है। समाजवादी जो वादे करते हैं उसे समय से पहले ही पूरा कर देने का श्री अखिलेश यादव का रिकार्ड हंै। समाजवादी सरकार के समय नगर निगमों के साथ ही नगरपालिका परिषद एवं नगर पंचायतों में पर्याप्त बजट के जरिए विकास कार्य किए गये थे। भाजपा विकास में रोड़े अटकाती हैं, जब कि समाजवादी पार्टी विकास की नई मंजिलों की ओर कदम बढ़ाती हैं। श्री अखिलेश यादव का जनता पर पूरा भरोसा हैं।