कानपुर, केंद्र सरकार के पेंशनभाेगी कर्मचारियों ने सीजीएचएस के सूचीबद्ध अस्पतालों पर मनमानी करने और उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
पेंशनर फोरम की केंद्रीय कार्यकारिणी की रविवार को यहां हुयी आकस्मिक बैठक में महामंत्री आनंद अवस्थी ने कहा कि कानपुर के कुछ अस्पताल सीजीएचएस के मानकों को पूरा न करते हुए लाभार्थियों के इलाज के लिये भारी कीमत वसूल करते हैं और उन्हें अधिकृत सुविधा नहीं देते हैं। ऐसे भी अस्पताल हैं जिनके यहां पर प्राइवेट कमरा नहीं है फिर भी सीजी एचएस की तरफ से इलाज के लिए अधिकृत है। उच्च श्रेणी के अधिकृत लाभार्थियों को गंदे वातावरण में रखा जाता है और यह कहा जाता है कि जब जगह खाली होगी तब दी जाएगी।
उन्होने कहा कि इस आशय की शिकायत अपर निदेशक डॉक्टर किरण सिंह से की गयी है। उन्होने सुझाव दिया कि सीजीएचएस के अपर निदेशक तथा पेंशनर्स के प्रतिनिधि एवं कर्मचारियो के प्रतिनिधियों का एक समूह सभी अस्पतालों में जाकर उनका निरीक्षण करें और यह देखें कि उन्हें सी जी एचएस के अंतर्गत अधिकृत सुविधा एवं इलाज मिल रहा है या नहीं। जिन अस्पतालों में नियमों की अवहेलना की जा रही है उन्हें अधिकृत अस्पतालों की सूची से हटाया जाए।
फोरम के उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि मामला बहुत गंभीर है और इसमें सुधार की आवश्यकता है। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एक होली के बाद अपर निदेशक के माध्यम से भारत सरकार स्वाथ्य एवं कल्याण मंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा और वर्तमान सांसद की अनुशंसा के साथ भी पत्र भेजा जाएगा । सभी ने इस बात की चिंता व्यक्त की कि अब दवा वितरण में दवा सप्लायर वह दवा नहीं देता जो लिखी जाती है उसकी जगह वह किसी अन्य कम्पनी की दवा देता है और भुगतान ब्रांडेड कम्पनी की दवा का लेता है।