मुंबई, अमेरिकी फेड रिजर्व के महंगाई से निपटने के लिए इस वर्ष मार्च से ब्याज दरों में बढोतरी करने के संकेत से वैश्विक बाजार में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर विप्रो, एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और टाटा स्टील जैसी दिग्गज कंपनियों में हुई बिकवाली ने आज सेंसेक्स और निफ्टी की पिछले लगातार चार दिन की तेजी पर ब्रेक लगा दिया।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 12.27 अंक फिसलकर 61,223.03 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 2.05 अंक उतरकर 18,255.75 अंक पर सपाट रहा। हालांकि बड़ी कंपनियों के विपरीत छोटी और मझौली कंपनियों में लिवाली देखी गई। बीएसई का मिडकैप 0.22 फीसदी बढ़कर 26,085.24 अंक और स्मॉलकैप 0.50 फीसदी चढ़कर 30,951.28 अंक पर रहा।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के गवर्नर लेल ब्रेनार्ड के महंगाई नियंत्रित करने के लिए मार्च 2022 से ब्याज दरों में बढ़ोतरी किये जाने के संकेत के बाद यूरोपीय और एशियाई बाजार लुढ़क गये। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.07, जर्मनी का डैक्स 0.65, जापान का निक्केई 1.28, हांगकांग का हैंगसैंग 0.19 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.96 प्रतिशत गिर गया।
वैश्विक बाजार की गिरावट के दबाव में बीएसई के आठ समूह ढेर हो गए। इस दौरान एफएमसीजी, वित्त, हेल्थकेयर, ऑटो, बैंकिंग, धातु, तेल एवं गैस और दूरसंचार समूह के शेयर 1.20 प्रतिशत तक उतर गये। हालांकि शेष 11 समूहों में हुई लिवाली ने बाजार को असंतुलित नहीं होने दिया। बीएसई में कुल 3503 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2062 में तेजी जबकि 1345 में मंदी रही वहीं 96 के भाव स्थिर रहे। एनएसई में 30 कंपनियों में बिकवाली जबकि 20 में लिवाली हुई।