तंजीन फातिमा ने मॉब लिंचिंग के डर से अपनी गाय को वापस कर दिया है. उन्होंने कहा कि हमें डर है कि गाय की वजह से कहीं हम भी मुसीबत में न फंस जाए, इसलिए हमने जो गाय पाली थी, उसे वापस भेज दिया है.
तजीन फातिमा से पहले आजम खान ने कहा था कि मुस्लिमों को गाय के दूध का कारोबार बंद कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि वो मुस्लिमों से अपील करते हैं कि वे गाय के दूध का काम न करें क्योंकि बीजेपी के सांसदों ने कह दिया है कि गाय को छूने का भी अंजाम भुगतना होगा. मुस्लिम गाय को छूने से पहले सोचें. इसलिए गाय के दूध का पेशा करने वाले कमजोरों को दूसरा पेशा अपना लेना चाहिए.
आजम खां ने कहा कि पीएम, सीएम, मंत्री, सांसद और विधायक जैसे कानून के रखवाले ऐसी भाषा बोल रहे हैं जो एक सभ्य समाज लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को मुसलमानों का वोट चाहिए, लेकिन मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर उनकी जुबान पर ताले लगे हुए हैं. पूर्व मंत्री ने कहा था कि ये सब कुछ वोट की राजनीति के लिए किया जा रहा है.
आपको बता दें कि राजस्थान के अलवर जिले में गोरक्षा के नाम पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिये गए. रकबर और उसके एक और साथ असलम पर गोरक्षों ने उस वक्त हमला किया था. जब वो दोनों गाय लकेर जा रहे थे. इस दौरान असलम तो किसी तरह वहां से भाग निकला था, लेकिन भीड़ ने रकबर पर हमला कर दिया था. जिसमें रकबर की मौत हो गई थी.