समाजवादी पार्टी बड़े परिवर्तन की ओर, अखिलेश- शिवपाल मिलकर लिखेंगे सफलता की नई ईबारत
May 3, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी अब एक बड़े परिवर्तन की ओर बढ़ रही है. पार्टी, परिवार और शुभचिंतकों के चलते सपा के चाचा-भतीजे अखिलेश यादव और शिवपाल यादव अब पूरी तरह एक होकर, सफलता की नई ईबारत लिखेंगे।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी, परिवार और शुभचिंतकों के प्रयास से चाचा-भतीजे के बीच की अब सारी दीवारें ढह गईं हैं. सैफई में दो और लखनऊ में हुई एक बैठक के बाद चाचा-भतीजे के गिले-शिकवे अब दूर हो गए हैं. चाचा-भतीजे मिलकर अब देश की राजनीति मे सफलता की नई इबारत लिखने जा रहें हैं.
इसके लिये, सबसे पहली बैठक प्रोफेसर रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव के बीच हुई. दोनों के बीच बहुत ही सद्भावनापूर्ण वातावरण में बातचीत हुई. दूसरी बैठक शिवपाल यादव की अखिलेश यादव से हुई. दोनों ने एक साथ भोजन किया और अपने अविश्वास की दूरियां खत्म की. यहीं से समाजवादी पार्टी ने एक नई दिशा पकड़ी.
सपा संरक्षक मुलायम सिंह, अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच हुई बैठक मे, शिवपाल यादव को समाजवादी पार्टी मे अहम जिम्मेदारी देने की बात फाईनल हुई है. संगठन मे उनकी पकड़ को देखते हुये, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को सपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाने का फैसला लिया है. बहुत जल्द ही शिवपाल यादव को राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने का ऐलान किया जा सकता है. इसके लिये प्रोफेसर रामगोपाल यादव भी सहर्ष तैयार हैं.
शिवपाल यादव को सपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाने के साथ ही उनको 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ाए जाने की तैयारी चल रही है. इसके साथ ही चर्चा ये भी है कि शिवपाल यादव को उनके बड़े भाई और सपा संरक्षक मुलायम सिंह की आजमगढ़ सीट से प्रत्याशी बनाया जा सकता है. साथ ही वह 2019 के लोकसभा चुनावों मे लिये जाने वाले हरअहम फैसले के लिये भी जिम्मेदार होंगे. बहुत जल्द समाजवादी पार्टी अब और अधिक मजबूती के साथ दिखायी पड़ेगी.