Breaking News

कोरोना संकट: सहायता सामग्री लेकर भारतीय विमान वुहान रवाना, करेगा ये काम भी?

नयी दिल्ली,  कोरोना विषाणु के संक्रमण की अभूतपूर्व विभीषिका से जूझ रहे चीन के लोगों की सहायता के लिए 15 टन चिकित्सा एवं राहत सामग्री लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान वुहान के लिए रवाना हो गया।

सरकार ने 13 फरवरी को इस विमान को भेजने के लिए चीन सरकार की अनुमति मांगी थी और 15 फरवरी को उड़ान कार्यक्रम भेजा था। विमान को 20 फरवरी रवाना करना प्रस्तावित था लेकिन कतिपय कारणों से अनुमति मिलने में देरी हुई और तय कार्यक्रम से छह दिन बाद विमान रवाना हुआ। इस विमान से वुहान में रह रहे कुछ भारतीयों एवं कुछ विदेशी नागरिकों को वहां से वापस लाया जाएगा।

विदेश मंत्रालय ने यहां जानकारी देते हुए बताया कि भारत ने चीन सरकार के अनुरोध पर मास्क एवं चिकित्सा उपकरण भेजे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 08 फरवरी को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पत्र लिख कर कोरोना विषाणु के संक्रमण की विभीषिका से निपटने के प्रयासों में एकजुटता व्यक्त की थी और चीन की ज़रूरतों के अनुसार भारत की ओर से हरसंभव सहायता की पेशकश की थी।

 चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति से चीन को इस महामारी के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जनस्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत एवं चीन के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर इस मदद से भारत के नागरिकों की ओर से चीन के नागरिकों को मैत्री एवं संकट के समय एकजुटता का संदेश जाएगा। वायुसेना के इस विमान से भारत एवं पड़ोसी देशों के कुछ विदेशी नागरिकों को भी वापस लाया जाएगा। इन देशों ने अपने नागरिकों को वुहान से निकालने के लिए भारत से मदद मांगी है।

विमान को चीन की ओर से उड़ान की अनुमति नहीं दिये जाने के कारण भारत की ओर से चीन सरकार के प्रति रोष भी प्रकट किया गया था। जबकि चीन ने कहा था कि अनुमति देने में जानबूझ कर कोई देरी नहीं की गयी है। ज़मीनी हालात की जटिलता की वजह से ऐसा हुआ था।